इंदौर। एक सितंबर से शुरू हुई जेईई मेंस की परीक्षा इंदौर शहर के तीन अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है. शहर में करीब 8000 छात्र इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. पहले दिन जहां सिर्फ एक ही सेंटर पर परीक्षा आयोजित की गई थी, वहीं दूसरे दिन से सभी सेंटरों पर परीक्षा आयोजित की गई. आज परीक्षा के तीसरे दिन परीक्षा केंद्रों पर पहले दिन की गई व्यवस्थाएं ही नजर आईं, व्यवस्थाओं में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया.
परिवहन व्यवस्था नहीं होने से परेशान हुए छात्र व्यवस्थाओं से नहीं हैं संतुष्टजेईई की परीक्षा को लेकर लगातार विवाद चल रहा था. विवादों के बाद यह परीक्षा आयोजित की गई. कोरोना महामारी के चलते जहां परिवहन की व्यवस्थाएं वर्तमान में कई जगह उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्थाओं से पालक और छात्र संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं. बुरहानपुर से परीक्षा देने पहुंचे छात्र के अभिभावकों का कहना है कि वो अपने निजी वाहन से इंदौर तक पहुंचे हैं और यहां आकर बेटे की परीक्षा को लेकर रुके हुए हैं. प्रशासन ने जो व्यवस्था की है, उससे कई बार लेट होने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में वे निजी व्यवस्थाओं से परीक्षा केंद्र तक पहुंचे हैं.
छात्रों के हित में है परीक्षा का आयोजनविवादों के बाद शुरू हुई परीक्षा को लेकर छात्र और उनके अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा का आयोजन छात्रों के हित में है. अगर इस साल परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाता तो अगले साल छात्रों की डबल संख्या के चलते कई छात्र इस परीक्षा में अपना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते. ऐसे में परीक्षा छात्रों के हित में आयोजित की गई है.
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परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है. वहीं प्रवेश से पहले छात्रों को सेनीटाइजर से हाथों को धोना अनिवार्य किया गया है. छात्रों का कहना है कि वह इस परीक्षा के आयोजन से संतुष्ट हैं और यहां कोरोना महामारी को लेकर प्रशासनिक निर्देशों के आधार पर व्यवस्थाएं की गई है.