इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय परिसर में टैगोर कॉलेज के छात्र दूसरे कॉलेज में तत्काल उन्हें शिफ्ट करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कॉलेज पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की भी मांग की है. वे 22 घंटे से अधिक समय से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. कड़कड़ाती ठंड में भी रात भर छात्रों का धरना जारी रहा. देर रात विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार ने छात्रों से मुलाकात की, लेकिन छात्र मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
विश्वविद्यालय के नालंदा परिसर में टैगोर कॉलेज के पीड़ित छात्र कल से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. छात्रों की ये भी मांग है कि कॉलेज पर धोखाधड़ी सहित छात्रों को मानसिक प्रताड़ना देने का केस भी दर्ज किया जाए. उन्होंने कहा कि टैगोर कॉलेज में छात्रों को बीएड में फर्जी तरीके से एडमिशन दिए गए थे, जब पहले सेमेस्टर की परीक्षा का रिजल्ट आया, तो प्रबंधन ने मार्क्सशीट देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ था.
छात्रों की मांग है कि कॉलेज की ऑटोनॉमी को भी खत्म किया जाए और सभी छात्रों के एडमिशन को दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर किया जाए. देर रात भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों से मिलने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार भी पहुंचे थे.
छात्रों की मांग के के बाद यूनिवर्सिटी में कुलपति ने अधिकारियों की बैठक भी बुलाई है. उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक का कोई नतीजा निकलेगा और छात्र अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को खत्म करेंगे.
गौरतलब है कि शहर में धारा 144 लगी हुई है और यही कारण है कि छात्र पांच से अधिक संख्या में भूख हड़ताल पर नहीं बैठे हैं. यूनिवर्सिटी की तरफ से पुलिस को भी छात्रों के भूख हड़ताल पर बैठने के बाद आवेदन दिया गया है. वहीं कांग्रेस के शहर अध्यक्ष ने भी इस मामले को लेकर कुलपति से मुलाकात की है.