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केवल धर्म परिवर्तन कानून बनाने से काम नहीं चलेगा: सुमित्रा महाजन

धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 पर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का कहना है कि भारत के कई गांव में यह देखने में आया है कि गरीबों को भूख मिटाने का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा जाता है. सिर्फ कानून बना से काम नहीं चलेगा, इसके लिए सभी को एक होना पड़ेगा.

Sumitra Mahajan
सुमित्रा महाजन
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Published : Dec 27, 2020, 3:50 PM IST

इंदौर। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 को मंजूरी दे दी है. इसको लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को एक भी होना पड़ेगा.

सुमित्रा महाजन की प्रतिक्रिया


'सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा'
इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन का कहना है कि धर्म परिवर्तन को ताकत के साथ लेने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं काम करती आई हैं. भारत के कई गांव में यह देखने में आया है कि गरीबी देखकर भूख मिटाने का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा जाता है, जो कि अच्छी बात नहीं है. सुमित्रा महाजन ने यह भी कहा कि किसी भी समाज के लोग हो लेकिन यदि धर्म परिवर्तन जबरदस्ती हो तो वह अच्छा नहीं है. गरीबों का शोषण करते हुए भी कई बार धर्म परिवर्तन किया जाता है, लेकिन इसके लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा. इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को भी एक होना पड़ेगा.

नए संसद भवन को लेकर बोली सुमित्रा महाजन
नए संसद भवन को लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि नए संसद भवन की वर्तमान समय में आवश्यकता थी. सांसदों को नई नई टेक्नोलॉजी की सुविधाएं देना है, तो उसके लिए नए संसद भवन की आवश्यकता होगी. साथ ही सुमित्रा महाजन यह भी कहा कि पुरानी बिल्डिंग को म्यूजियम बनाया जाएगा. ताकि लोगों को इतिहास के बारे में बताया जा सके.

किसानों के विरोध प्रदर्शन पर बोली ताई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का विरोध किए जाने पर सुमित्रा महाजन ने कहा कि किसान यदि विरोध के लिए बैठे हैं, तो वह विरोध ही करेंगे. लेकिन जो विरोध नहीं कर रहे हैं, उन तक तो मन की बात पहुंचेगी. सुमित्रा महाजन ने कहा कि इसके पहले भी कई प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री है जो लोगों के मन की बात को जानते हैं. किसान आंदोलन को लेकर ताई ने कहा कि किसानों का हक दिया गया है, तो आंदोलन किया भी जाएगा. लेकिन सामान्य लोग इन आंदोलनों के पीछे परेशान होते हैं. इसलिए उसका भी विचार किया जाना चाहिए. हालांकि सुप्रीम कोर्ट भी इस बात पर सोच रहा है.

रेल मंत्री को लिखा पत्र
रेल मंत्री को इंदौर की सुविधाओं के लिए लिखे गए पत्र पर ताई ने कहा कि मेरा काम इंदौर की सुविधाओं की तरफ ध्यान आकर्षण करने का है. मुझे रिटायर्ड तो कर दिया गया है, लेकिन इंदौर के लिए मैं कभी भी मन से रिटायर्ड नहीं हो सकती.

इंदौर। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 को मंजूरी दे दी है. इसको लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को एक भी होना पड़ेगा.

सुमित्रा महाजन की प्रतिक्रिया


'सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा'
इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन का कहना है कि धर्म परिवर्तन को ताकत के साथ लेने के लिए कई सामाजिक संस्थाएं काम करती आई हैं. भारत के कई गांव में यह देखने में आया है कि गरीबी देखकर भूख मिटाने का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा जाता है, जो कि अच्छी बात नहीं है. सुमित्रा महाजन ने यह भी कहा कि किसी भी समाज के लोग हो लेकिन यदि धर्म परिवर्तन जबरदस्ती हो तो वह अच्छा नहीं है. गरीबों का शोषण करते हुए भी कई बार धर्म परिवर्तन किया जाता है, लेकिन इसके लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा. इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को भी एक होना पड़ेगा.

नए संसद भवन को लेकर बोली सुमित्रा महाजन
नए संसद भवन को लेकर पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा है कि नए संसद भवन की वर्तमान समय में आवश्यकता थी. सांसदों को नई नई टेक्नोलॉजी की सुविधाएं देना है, तो उसके लिए नए संसद भवन की आवश्यकता होगी. साथ ही सुमित्रा महाजन यह भी कहा कि पुरानी बिल्डिंग को म्यूजियम बनाया जाएगा. ताकि लोगों को इतिहास के बारे में बताया जा सके.

किसानों के विरोध प्रदर्शन पर बोली ताई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का विरोध किए जाने पर सुमित्रा महाजन ने कहा कि किसान यदि विरोध के लिए बैठे हैं, तो वह विरोध ही करेंगे. लेकिन जो विरोध नहीं कर रहे हैं, उन तक तो मन की बात पहुंचेगी. सुमित्रा महाजन ने कहा कि इसके पहले भी कई प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री है जो लोगों के मन की बात को जानते हैं. किसान आंदोलन को लेकर ताई ने कहा कि किसानों का हक दिया गया है, तो आंदोलन किया भी जाएगा. लेकिन सामान्य लोग इन आंदोलनों के पीछे परेशान होते हैं. इसलिए उसका भी विचार किया जाना चाहिए. हालांकि सुप्रीम कोर्ट भी इस बात पर सोच रहा है.

रेल मंत्री को लिखा पत्र
रेल मंत्री को इंदौर की सुविधाओं के लिए लिखे गए पत्र पर ताई ने कहा कि मेरा काम इंदौर की सुविधाओं की तरफ ध्यान आकर्षण करने का है. मुझे रिटायर्ड तो कर दिया गया है, लेकिन इंदौर के लिए मैं कभी भी मन से रिटायर्ड नहीं हो सकती.

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