इंदौर। देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान आईआईटी में अब छात्रों को पुरातन भाषाओं में विज्ञान और तकनीक की जानकारी दी जाएगी. पूर्व में संस्कृत भाषा में छात्रों को जानकारी देने का प्रयोग आईआईटी इंदौर में किया जा चुका है. वहीं अब सिंधी व पाली भाषा में भी पढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर में एनशियंट इंडियन लैंग्वेज सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है. पूर्व में आईआईटी में संस्कृत भाषा में छात्रों को तकनीकी और विज्ञान की जानकारी के लिए कोर्स का संचालन किया गया था.
इसी कोर्स के समापन के अवसर पर आईआईटी इंदौर के कार्यवाहक निर्देशक प्रोफेसर निलेश जैन ने कहा कि वर्तमान में संस्कृत के अलावा सिंधी पाली और प्राकृत सहित अन्य कई पुरातन भाषाओं में छात्रों को जानकारी उपलब्ध कराने की तैयारी की जाएगी, जो वर्तमान समय के हिसाब से आवश्यक है.
संस्कृत भाषा में शुरू किए गए कोर्स के सफलता के बाद जल्द ही पुरातन भारतीय भाषा केंद्र खोलने पर विचार किया जा रहा है. हमेशा से ही छात्रों को नई भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए ताकि वर्तमान समय में उसका उचित प्रयोग किया जा सके, इसी के आधार पर आईआईटी द्वारा नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं. इन्हीं प्रयोग के चलते अब पुरातन भाषाओं में छात्रों को जानकारियां उपलब्ध कराए जाने की तैयारी की जा रही है.