इंदौर : मिनी मुंबई में ड्रग माफिया के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन प्रहार जारी है. हालांकि पुलिस की गिरफ्त से अभी कई आरोपी फरार चल रहे हैं. इंदौर सहित आसपास के इलाकों में ड्रग पेडलर्स की जांच की जा रही है. ड्रग माफिया सबसे ज्यादा अपना निशाना यूनिवर्सिटी के छात्रों को बना रहे हैं, पुलिस को ऐसे ही रैकेट की तलाश है.
ऑपरेशन प्रहार से कई माफिया गिरफ्तार
ऑपरेशन प्रहार के तहत इंदौर पुलिस अलग-अलग शहरों से कई ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है. तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही इंदौर पुलिस ड्रग्स खरीदने वालों पर भी नकेल कस कर रही है. ज्यादातर खरीददार युवा छात्र हैं जो कि अलग-अलग इलाके से आए हैं. कहा जा रहा है कि देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के छात्र ड्रग्स का सबसे ज्यादा सेवन कर रहे हैं. यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अधिकतर छात्र हॉस्टल में रहते हैं, उनके बीच तस्करों की अच्छी खासी पैठ है. पुलिस अब छात्रों के बीच जाकर ड्रग्स बेचने वालों की जानकारी जुटाने में लगी है. इसके लिए बकायदा पुलिस अधिकारियों ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ मुलाकात भी की है. वहीं शहरी इलाके के साथ पुलिस ग्रामीण इलाके पर भी फोकस कर रही है, पुलिस के मुताबिक शहरी इलाके में अलग प्रकार का ड्रग बेचा जाता है तो वहीं ग्रामीण इलाके में जाकर इसका स्वरूप बदल जाता है.
इंदौर से दूसरे प्रदेशों में भी ड्रग्स सप्लाई
पुलिस की जांच पड़ताल में ये बात भी सामने आई है कि कई ड्रग्स तस्कर इंदौर तक ड्रग पहुंचाने के बाद देश के दूसरे शहरों मुंबई,दिल्ली, हैदराबाद व अन्य शहर शामिल हैं वहां तक पहुंचाया जाता है यानी कि इंदौर का उपयोग ड्रग तस्कर क्रॉसिंग स्टेशन के रूप में कर रहे हैं, और इंदौर में ही ड्रग को लाकर अन्य शहरों में आसानी से सप्लाई की जा रही है. फिलहाल पुलिस आने वाले दिनों में ऐसे ड्रग तस्करों को भी चिन्हित करेगी और उन्हें भी गिरफ्तार करेगी.
नारकोटिक्स विंग 121 ड्रग्स तस्कर कर चुकी गिरफ्तार
इंदौर पुलिस एक के बाद एक कई ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है. वहीं नारकोटिक्स विंग भी इंदौर पुलिस से पीछे नहीं है, नारकोटिक्स विंग ने एक साल में तकरीबन 121 लोगों को ड्रग के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं इन ड्रग्स तस्करों से लगातार नारकोटिक्स विंग पूछताछ कर रही है. इंदौर में MDMA ड्रग्स के अलावा गांजा चरस ,डोडा चूरा भी शामिल है और इस तरह के ड्रग्स की तस्करी भी बड़े स्तर पर की जा रही है जिसके खिलाफ भी नारकोटिक्स विंग समय-समय पर कार्रवाई करती है.
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70 करोड़ के MDMA ड्रग्स केस के बाद तस्करों पर नजर
70 करोड़ रुपए के MDMA ड्रग्स केस में 24 जनवरी को पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से एक 1993 में हुए मुंबई बम धमाके का आरोपी रहा है. तो वहीं दूसरा गुलशन कुमार हत्याकांड का आरोपी रहा है. इनकी गिरफ्तारी के बाद इस केस में और हाई प्रोफाइल कनेक्शन की बात सामने आ रही थी. लेकिन ये आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहे हैं. फिलहाल अब तक इस केस में आरोपियों ने कोई खुलासा नहीं किया है. जबकि पुलिस का दावा है कि आने वाले समय में इस केस से जुड़े और कई बड़े खुलासे होंगे. साथ ही कई लोग गिरफ्तार भी हो सकते हैं. ऐसे में इंदौर पुलिस और नारकोटिक्स विंग MDMA ड्रग्स से लेकर कॉलेज में चल रहे ड्रग्स के खिलाफ ड्रग्स तस्करों और पेडलर्स की तलाश में जुटी हुई है.