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इंदौर के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ

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Published : May 11, 2021, 11:01 AM IST

जिले में कोरोना संक्रमितों को प्लाज्मा के लिए अब भटकना नहीं पडे़गा. जिले के रीगल स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में प्लाज्मा डोनेट सेंटर का शुभारंभ हो चुका है. जिला प्रशासन ने नगर निगम और एमवाय डॉक्टरों के संयुक्त पहल से इसकी शुरूआत कर दी है.

Plasma center inaugurated
प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ

इंदौर। जिले में कोरोना को रोकने के लिए जिला प्रशासन हर तरीके से मुस्तैद दिख रहा है. इस बीच प्रशासन ने नगर निगम और एमवाय डॉक्टरों के साथ मिलकर एक अच्छी पहल की है. जिले में कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्लाज्मा डोनेट सेंटर का शुभारंभ किया गया. इसकी शुरूआत जिले के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में किया गया. इसकी शुरूआत हो जाने से लोग अपना प्लाज्मा बेझीझक कोरोना संक्रमितों के लिए डोनेट कर सकेंगे. इससे उन संक्रमित मरीजों को काफी मदद मिलेगी.

प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ

प्लाज्मा डोनेट करें लोग

इंदौर में जिला प्रशासन नगर निगम सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में तीनों ही विभागों ने संयुक्त रूप से रीगल स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में प्लाज्मा डोनेट सेंटर का शुभारंभ किया. प्लाज्मा सेंटर को लेकर निगमायुक्त प्रतिभा पाल का कहना था कि जिन प्लाज्मा सेंटरों को हॉस्पिटलों में संचालित किये जा रहे हैं, वहां पर कई लोग प्लाज्मा देने को लेकर मोटिवेट नहीं हो रहे थे. उनको आशंका थी कि वहां पर कई प्रकार की बीमारियां हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए अलग स्थान चिन्हित कर प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ किया गया है. ताकि अधिक से अधिक लोग वहां पर अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकें.

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संक्रमित मरीजों को लगता है प्लाज्मा

कोरोना से संक्रमित मरीजों को सही होने के एक महीने बाद उनकी बॉडी से प्लाज्मा लिया जा रहा है. संक्रमण से सही हुए व्यक्ति की एंटीबॉडी बनने में 1 महीने का वक्त लगता है. प्लाज्मा डोनेट करने वाले व्यक्ति का पहले टेस्ट किया जाता है. ताकि उसकी एंटीबॉडी बनी है या नहीं. उसके बाद उसका प्लाज्मा लिया आता है और यह प्लाज्मा एमवाई की ब्लड बैंक में रखा जा रहा है. यहां से सरकारी या निजी हॉस्पिटल में जिन संक्रमित मरीजों को प्लाज्मा की आवश्यकता होती है, वह यहां से कम रेट में प्लाज्मा ले सकते हैं.

इंदौर। जिले में कोरोना को रोकने के लिए जिला प्रशासन हर तरीके से मुस्तैद दिख रहा है. इस बीच प्रशासन ने नगर निगम और एमवाय डॉक्टरों के साथ मिलकर एक अच्छी पहल की है. जिले में कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्लाज्मा डोनेट सेंटर का शुभारंभ किया गया. इसकी शुरूआत जिले के प्रीतमलाल दुआ सभागृह में किया गया. इसकी शुरूआत हो जाने से लोग अपना प्लाज्मा बेझीझक कोरोना संक्रमितों के लिए डोनेट कर सकेंगे. इससे उन संक्रमित मरीजों को काफी मदद मिलेगी.

प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ

प्लाज्मा डोनेट करें लोग

इंदौर में जिला प्रशासन नगर निगम सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में तीनों ही विभागों ने संयुक्त रूप से रीगल स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में प्लाज्मा डोनेट सेंटर का शुभारंभ किया. प्लाज्मा सेंटर को लेकर निगमायुक्त प्रतिभा पाल का कहना था कि जिन प्लाज्मा सेंटरों को हॉस्पिटलों में संचालित किये जा रहे हैं, वहां पर कई लोग प्लाज्मा देने को लेकर मोटिवेट नहीं हो रहे थे. उनको आशंका थी कि वहां पर कई प्रकार की बीमारियां हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए अलग स्थान चिन्हित कर प्लाज्मा सेंटर का शुभारंभ किया गया है. ताकि अधिक से अधिक लोग वहां पर अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकें.

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संक्रमित मरीजों को लगता है प्लाज्मा

कोरोना से संक्रमित मरीजों को सही होने के एक महीने बाद उनकी बॉडी से प्लाज्मा लिया जा रहा है. संक्रमण से सही हुए व्यक्ति की एंटीबॉडी बनने में 1 महीने का वक्त लगता है. प्लाज्मा डोनेट करने वाले व्यक्ति का पहले टेस्ट किया जाता है. ताकि उसकी एंटीबॉडी बनी है या नहीं. उसके बाद उसका प्लाज्मा लिया आता है और यह प्लाज्मा एमवाई की ब्लड बैंक में रखा जा रहा है. यहां से सरकारी या निजी हॉस्पिटल में जिन संक्रमित मरीजों को प्लाज्मा की आवश्यकता होती है, वह यहां से कम रेट में प्लाज्मा ले सकते हैं.

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