इंदौर। नवीनतम शिक्षा सत्र 2021-22 को लेकर वर्तमान में महाविद्यालयों (Collage) में प्रवेश प्रक्रिया जारी है. अगस्त माह में शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया सितंबर के अंतिम सप्ताह तक पूरी होना थी, परंतु खाली रह गई सीटों पर अब कॉलेज स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया (Admission process) पूरी की जा रही है, जिसमें सीएलसी कॉलेज लेवल काउंसलिंग के आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया जा रहा है. यह प्रक्रिया मेरिट के आधार पर आयोजित की जा रही है.
इन छात्रों को हटाया गया मेरिट से
उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education department) द्वारा विभिन्न महाविद्यालयों (Collage) में प्रवेश प्रक्रिया के लिए छात्रों (Students) को ऑनलाइन पंजीयन कराना अनिवार्य किया गया था. ऑनलाइन पंजीयन के माध्यम से छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने का मौका दिया जा रहा था. पंजीयन कराने वाले छात्रों को मेरिट के आधार पर विभिन्न महाविद्यालयों में प्रवेश दिया गया. वहीं जिन छात्रों का मेरिट के आधार पर प्रवेश सूची में नाम शामिल किया गया था उन्हें 1000 रु जमा कर अपने प्रवेश को सुनिश्चित करना अनिवार्य किया गया था. प्रवेश सुनिश्चित नहीं करने वाले छात्रों को मेरिट से हटाकर अन्य छात्रों को मौका दिया गया.
खाली सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया
राज्य शासन के निर्देशों के आधार पर आयोजित की गई ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के बाद, अब महाविद्यालय में खाली रह गई सीटों पर ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जा रही है. प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय (Atal Bihari Vajpayee Government Arts And Commerce College) के प्रशासनिक अधिकारी प्रोफेसर डीके गुप्ता के अनुसार, ऑनलाइन पंजीयन के माध्यम से छात्रों को प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने का मौका दिया गया था. वहीं ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होने के बाद खाली रह गई सीटों पर अब सीएलसी कॉलेज लेवल काउंसलिंग के माध्यम से ऑफलाइन प्रवेश दिया जा रहा है.
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ऑफलाइन माध्यम
ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को खाली सीटों पर प्रवेश दिया जा रहा है. प्रवेश प्रक्रिया भी मेरिट के आधार पर आयोजित की जा रही है. ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया के दौरान आवेदन करने वाले छात्रों की मेरिट लिस्ट कॉलेज प्रबंधन द्वारा तैयार की जा रही है, जिसके आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया जा रहा है. हालांकि, कई महाविद्यालयों में कुछ सीट खाली रह गई हैं. जिन्हें कॉलेज लेवल काउंसलिंग के प्रथम व द्वितीय चरण में पूरा होने की बात कही जा रही है.