इंदौर। मध्य प्रदेश राज्य सायबर सेल ने ठगी के एक हाईप्रोफाइल मामले का खुलासा करते हुए दिल्ली से एक नाइजीरियन युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ये गिरफ्तारी मर्चेंट नेवी के अधिकारी से 65 लाख की ठगी के मामले में की है. आरोपियों ने गिफ्ट के तौर पर 15 हजार ब्रिटिश पाउंड भेजने के नाम पर मर्चेंट नेवी के अधिकारी से अलग-अलग खातों में 65 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए. ये गिरोह इतने शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देता था कि आसानी से कोई शक भी नहीं कर सकता.
आरबीआई की फर्जी मेल आईडी बनाकर ठगी
नाइजीरियन युवक ने इंदौर के रहने वाले मर्चेंट नेवी ऑफिसर को आरबीआई की एक मेल आईडी बनाकर एक मेल किया था. इस मेल में 15 हजार ब्रिटिश पाउंड गिफ्ट भेजने का जिक्र था. इसके बाद आरोपियों ने मर्चेंट नेवी ऑफिसर को आयकर विभाग और वित्त विभाग की भी फर्जी मेल आईडी से मेल किए. साजिश से बेखबर नेवी अफसर भी मेल में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए अलग-अलग खातों में रुपए ट्रांसफर करता रहा. कुछ समय बीतने के बाद जब नेवी अफसर को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का अंदाजा हुआ तो वो शिकायत लेकर साइबर सेल के पास पहुंचा.
दिल्ली से गिरफ्तार हुआ मास्टर माइंड नाइजीरियन युवक
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल ने भी जांच में तेजी दिखाई. राज्य सायबर सेल को जांच में कई अहम सुराग मिले इस आधार पर सबसे पहले इंदौर के रहने वाले योगेश नाम के युवक की गिरफ्तारी की गई. योगेश की निशानदेही पर वीरेन्द्र मीणा को गिरफ्तार किया गया. यहीं से सायबर सेल को नाइजीरियन युवक से घटना के तार जुड़े होने की जानकारी लगी. वीरेन्द्र से पूछताछ में ये खुलासा हुआ कि वो ज्यादा राशि वाले खातों की जानकारी दिल्ली भेजता था. इसके बाद मध्य प्रदेश सायबर सेल की टीम ने 6 दिनों तक नजर रखने के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन से आरोपी संडे को गिरफ्तार किया. पूछताछ में नाइजीरियन युवक ने खुलासा किया कि वो धोखाधड़ी का पैसा अमेरिका में अपने साथियों को भेजकर लग्जरी कंपनी की कारें खरीदता है और फिर उन्हें नाइजीरिया में महंगे दामों में बेचता है. इसके अलावा आरोपी कुछ रुपया नाइजीरिया के खातों में भी भेज रहा था.