इंदौर। एक अदृश्य वायरस ने हमारे जीवन को अस्त-व्यस्त कर के रख दिया है. कई देश आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आम लोगों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड धोखाधड़ी जैसे मामले लॉकडाउन और जनता कर्फ्यू में देखे जा रहे हैं. फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य सोशल साइट पर क्लोन बनाकर हैकिंग कर या इनामी पुरस्कार का लालच देकर सोशल मीडिया पर रुपए की मांग की जा रही है. वहीं शिकायत करने के बाद भी पुलिस आरोपियो को गिफ्तार नहीं कर पा रही है. जहां इस तरह की जांच में इंदौर पुलिस जुटी रहती है, तो वहीं सायबर सेल भी जांच पड़ताल में जुटी रहती है. इस बार इस घटना का शिकार इंदौर के एडीजी हुए है.
- एसपी के बाद एडीजी स्तर के अधिकारी का आईडी हैक
दरअसल ऐसे शातिर धोखाधड़ी करने वाले जनप्रतिनिधि और आईएएस, आईपीएस अधिकारी को अपना निशाना बनाते है, जिनकी समाज में एक अलग पहचान होती है. सायबर अपराधी सोशल मीडिया, गूगल, फेसबुक या इंस्टाग्राम से उनके फोटो को निकाल कर हूबहू फेसबुक आईडी तैयार करते है, और फिर फेसबुक अकाउंट में जुड़े मेंबरों से रुपए की मांग की डिमांड करते है. कई बार एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का अस्तित्व देख लोग इसका शिकार भी हो जाते हैं. और रुपए डालने के बाद शिकायत भी नहीं करते. हाल ही में एसपी महेश चंद जैन, एडीजी वरुण कपूर और कई जनप्रतिनिधियों की आईडी के फेसबुक क्लोन बनाए गए हैं.
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पुलिस लगातार एडवाइजरी भी जारी करती है. वहीं ऐसे अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है. कई मामलों में दूरदराज बैठे हजारों किलोमीटर दूर ऐसे शातिर हैकर्स ठग गिरोह को पकड़ा भी जा चुका है. ध्यान रहे कोई भी पर्सनल जानकारी, अकाउंट नंबर, ओटीपी, बैंक डिटेल किसी को भी ना शेयर करें.