राजगढ़: लासूडली धाकड़ गांव के एक बुजुर्ग एक साल से खुद को जिंदा करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं. उनका कहना है कि कागजों में अभी भी वह मृत हैं. जब वे फॉर्मर आईडी रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंचे तो मालूम पड़ा कि कागजों में उनके नाम के आगे स्वर्गीय जुड़ गया है. अब उन्हें शासन से मिलने वाली हर सुविधा से वंचित कर दिया गया है.
ग्राम पंचायत ने कागजों में बताया दिया मृत
बुजुर्ग शिकायतकर्ता का नाम केसर सिंह नागर है. उनके पोते देवकरण नागर ने बताया कि "उनके दादा को वो कागजों में जिंदा कराने के लिए यहां लेकर आए हैं. ग्राम पंचायत के द्वारा उनके दादा को कागजों में मृत घोषित किया है.उनकी समग्र आईडी में भी स्वर्गीय केसर सिंह नागर दिखाई दे रहा है. इस कारण शासन की सभी योजनाओं से वंचित हो गए हैं. इनकी फॉर्मर आईडी भी नहीं बन पा रही है. हमने जनसुनवाई में इसकी शिकायत की है, वहां से हमें बगैर कोई रसीद दिए सीधे जनपद पंचायत में जाने के लिए कहा गया है. इसके पहले सीएम जनसुनवाई में भी शिकायत कर चुके हैं."
- रतलाम कलेक्ट्रेट में नहीं हुई सुनवाई, किसान ने खुद पर डाला केरोसिन, फर्जी नामांतरण का मामला
- हरदा जनसुनवाई में दिव्यांग की गजब गुहार, सीईओ और सरपंच रह गये सन्न

'आवेदन जनपद सीईओ को फॉरवर्ड'
जिला पंचायत सीईओ महीप किशोर तेजस्वी ने बताया कि "संबंधित शिकायतकर्ता का आवेदन जनसुनवाई में मैंने लिया था. जिसे जनपद सीईओ को फॉरवर्ड किया गया है. मैं खुद उसकी मॉनिटरिंग करूंगा और जनपद सीईओ से उसकी अपडेट लूंगा. यदि पावती नहीं भी मिली तो कोई बात नहीं, मामला मेरी प्रायोरिटी में है. बता दें कि शिकायतकर्ता के पोते ने कहा था कि उन्हें शिकायत की कोई पावती नहीं दी गई है.