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MP मालवा-निमाड़ में ग्रीन एनर्जी प्रॉडक्शन के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा

मध्यप्रदेश में बिजली दरों में वृद्धि और कटौती जैसी तमाम समस्याओं के चलते अब लोग अपने घरों पर ग्रीन एनर्जी का उत्पादन (Green energy production at home) कर रहे हैं. फिलहाल सूरज की किरणों से पैनल्स लगाकर बिजली बनाने में मालवा और निमाड़ के लोगों की रुचि में इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसके फलस्वरूप इंदौर रूफ टॉप सोलर नेट मीटरिंग में प्रदेश में नंबर 1 की स्थिति में है.

production of green energy increased rapidly
ग्रीन एनर्जी का प्रॉडक्शन के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा
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Published : Dec 28, 2022, 8:02 PM IST

इंदौर। शहर के मध्य क्षेत्र के अलावा सुपर कॉरिडोर, बायपास, रिंग रोड के घर, परिसरों को मिलाकर करीब 4300 स्थानों पर पैनल्स से बिजली तैयार हो रही है. लोगों को भारी-भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल पा रहा है. मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के मुताबिक पिछले दो माह में नेट मीटर के माध्यम से बिजली तैयार करने वाले परिसरों की संख्या बढ़कर 6725 हो गई है. वर्तमान में उच्च दाब और निम्न दाब दोनों ही श्रेणी के उपभोक्ता इस ओर सतत जुड़ते जा रहे हैं.

घटने लगा बिजली बिल : पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के क्षेत्र में शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 4300 स्थानों पर छत, परिसरों, औद्य़ोगिक इकाइयों के परिसरों में सोलर पैनल्स लगाकर बिजली तैयार की जा रही है. इस बिजली को लाइनों में भेजा जाने से उपभोक्ता को मात्र अंतर राशि का बिल प्रदान किया जाता है. इस तरह कंपनी क्षेत्र में हजारों उपभोक्ताओं की ग्रीन एनर्जी में रुचि बढ़ने से आर्थिक रूप से भी बचत हो रही है.

सुजलॉन को अडाणी ग्रीन एनर्जी से कुल 48.3 मेगावाट की पवन टर्बाइनों का मिला ठेका

शहरी क्षेत्रों में ज्यादा जागरुकता : तोमर ने बताया कि सबसे ज्यादा 4300 उपभोक्ताओं की रुचि इंदौर शहर के आसपास में देखी गई है. इसके बाद उज्जैन जिला 875, रतलाम जिला 280, खरगोन जिला 225, नीमच जिला 175, धार जिला 150, मंदसौर जिला 115, बड़वानी जिला 105, खंडवा जिले में 100 स्थानों पर सूरज की किरणों से बिजली तैयार की जा रही है. सभी स्थानों पर नेट मीटर लगे हैं.

इंदौर। शहर के मध्य क्षेत्र के अलावा सुपर कॉरिडोर, बायपास, रिंग रोड के घर, परिसरों को मिलाकर करीब 4300 स्थानों पर पैनल्स से बिजली तैयार हो रही है. लोगों को भारी-भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल पा रहा है. मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के मुताबिक पिछले दो माह में नेट मीटर के माध्यम से बिजली तैयार करने वाले परिसरों की संख्या बढ़कर 6725 हो गई है. वर्तमान में उच्च दाब और निम्न दाब दोनों ही श्रेणी के उपभोक्ता इस ओर सतत जुड़ते जा रहे हैं.

घटने लगा बिजली बिल : पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के क्षेत्र में शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 4300 स्थानों पर छत, परिसरों, औद्य़ोगिक इकाइयों के परिसरों में सोलर पैनल्स लगाकर बिजली तैयार की जा रही है. इस बिजली को लाइनों में भेजा जाने से उपभोक्ता को मात्र अंतर राशि का बिल प्रदान किया जाता है. इस तरह कंपनी क्षेत्र में हजारों उपभोक्ताओं की ग्रीन एनर्जी में रुचि बढ़ने से आर्थिक रूप से भी बचत हो रही है.

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शहरी क्षेत्रों में ज्यादा जागरुकता : तोमर ने बताया कि सबसे ज्यादा 4300 उपभोक्ताओं की रुचि इंदौर शहर के आसपास में देखी गई है. इसके बाद उज्जैन जिला 875, रतलाम जिला 280, खरगोन जिला 225, नीमच जिला 175, धार जिला 150, मंदसौर जिला 115, बड़वानी जिला 105, खंडवा जिले में 100 स्थानों पर सूरज की किरणों से बिजली तैयार की जा रही है. सभी स्थानों पर नेट मीटर लगे हैं.

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