इंदौर। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने टवीट कर एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें नगर निगम की गाड़ी में बुजुर्गों को जानवरों की तरह भरते हुए साफ देखा जा सकता है. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त अभय राजनगावकार ने निगम की ओर से सफाई पेश की है. अभय राजनगावकार ने कहा कि इन दिनों शहर में काफी तेज ठंड पड़ रही है, इसी को देखते हुए निगम अमला बुर्जुगों को रेन बसेरे में छोड़ने के लिए वाहन से ले जा रहा था लेकिन कही ना कही निगम कर्मियों की लापरवाही सामने आई है. जिसके बाद दो कर्मियों को सेवा से मुक्त कर दिया है. अपर आयुक्त ने कहा कि अन्य जो लोग भी इसमें शामिल है उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है. अपर आयुक्त अभय राजनगावकार ने बताया कि दो रेन बसेरा कर्मचारी जिसमें बृजेश लस्करी और विश्वास वाजपई को सेवा से मुक्त कर दिया है और निगम मामले की जांच करा रहा है.
घटना वायरल से बनी सुर्खी
वीडियो वायरल होने के बाद जहां नगर निगम ने इस पूरे मामले में सफाई देते हुए 2 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. जानकारी के मुताबिक वीडियो शिप्रा बाईपास का बताया जा रहा है. वीडियो में इंदौर नगर निगम के कर्मचारी इंदौर शहर के बुजुर्गों को वहां पर छोड़ रहे थे जिसके बाद वहां के ग्रामीणों ने उनका पूरा वीडियो बना लिया और उसके बाद उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
नगर निगम की हो रही है थू-थू
इस पूरे मामले में नगर निगम के अपने ही तर्क है अब नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि ठंड बहुत तेज पड़ रही है इसको लेकर जितने फुटपाथ पर रहने वाले बुजुर्ग हैं, महिलाएं हैं इन्हें वहां से उठाकर नगर निगम के जो रेन बसेरा है. वहां पर छोड़ा जाना था अब वहां कैसे पहुंच गए इस बारे में जांच की जा रही है. हालांकि जब सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हुआ वायरल वीडियो के बाद नगर निगम ने 2 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. उसके साथ ही नगर निगम के बड़े अधिकारी अब उच्च स्तरीय जांच कर आगे की कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं. देखा जाए तो जिस प्रकार से मानवता को शर्मसार करने वाला जो वीडियो सामने आया था, उसमें इंदौर नगर निगम की काफी थू-थू हो रही है और अब कांग्रेस वीडियो वायरल होने के बाद मुद्दा बनाने में जुटी है.
एमपी कांग्रेस का टवीट
इस घटना के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस घटना की आलोचना की है. कांग्रेस ने कहा कि आवारा पशुओं को जंगल में छोड़ते सुना था लेकिन शिवराज ने बुज़ुर्गों को दूर फेंकने का दुष्कृत्य किया है. शिवराज जी, विधायक खरीदकर संवेदना नीलाम कर दी ? “शर्म करो शवराज”