इंदौर। प्रदेश के गरीब और मजदूर लोगों को अनाज मुहैया कराने के लिए शिवराज सरकार लगातार विभिन्न योजनाएं चला रही है. प्रदेश की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले जिन गरीबों के पास पात्रता पर्ची उपलब्ध नहीं थी. उन्हें भी पात्रता पर्ची बनाकर राशन उपलब्ध कराए जाने का काम किया जा रहा है. बुधवार को प्रदेशभर के करीब 3 लाख 70 हजार हितग्राहियों को पात्रता पर्ची वितरित की गई. जिसके लिए अन्न महोत्सव मनाया गया.
व्यक्ति की थाली खाली नहीं रहने दी जाएगी: तुलसी सिलावट
इंदौर के रविंद्र नाट्य ग्रह में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हितग्राहियों से चर्चा की गई और शासन की योजनाओं के बारे में बात की गई.
कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे, कार्यक्रम के दौरान हितग्राहियों को खाद्यान्न पर्ची का वितरण किया गया.
वहीं मंच से मंत्री द्वारा हितग्राहियों को राशन वितरित किया गया. मंत्री तुलसी सिलावट के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार लगातार गरीबों के साथ खड़ी है और प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी व्यक्ति की थाली को खाली नहीं रहने दिया जाएगा. जो लोग पात्र होने के बावजूद भी खाद्यान्न से वंचित थे उन्हें यह पर्चियां उपलब्ध कराई जा रही हैं. ताकि आने वाले दिनों में उन्हें राशन उपलब्ध हो सके.
प्रदेश में नहीं सोए कोई भूखा
मंत्री तुलसी सिलावट के मुताबिक प्रदेश सरकार हमेशा से ही गरीबों की मदद के लिए खड़ी रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मकसद है कि प्रदेश का कोई भी आदमी भूखा न रहे. जिसके लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है. अन्नपूर्णा योजना के तहत प्रदेश भर में 3 लाख 70 हजार नए हितग्राहियों को लाभ मिलेगा.
अंतिम वर्ग के लोगों को लाभ देने पर जोर
वहीं मत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि इंदौर में 2 लाख 63 हजार हितग्राहियों को अब लाभ मिलेगा. वर्तमान में कोरोना महामारी का संकट जारी है. जिसको कम करने का काम किया जा रहा है. इस महामारी के दौरान भी प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री द्वारा गरीब तबके और अंतिम वर्ग के लोगों की भी चिंता की जा रही है.
उसी को लेकर यह काम किया गया है जिसको लेकर प्रदेश की जनता और हम लोग मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं. वहीं लॉकडाउन के दौरान भी राशन दुकानों के माध्यम से लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाने का काम किया गया था.