इंदौर। नगर निगम परिषद का कार्यकाल 19 फरवरी को पूरा हो रहा है. इस कार्यकाल के पूरा होने से पहले नगर निगम के सभापति की इच्छा थी कि परिषद की एक बैठक नगर निगम के नए भवन के परिषद हॉल में आयोजित करवाई जाए, लेकिन 5 साल बीत जाने के बावजूद नगर निगम अपने ही भवन का काम पूरा नहीं करवा पाया है. इसलिए एक बार फिर परिषद की बैठक नगर निगम से बाहर की जाएगी.
नगर निगम की परिषद की आखिरी बैठक 1-5 फरवरी के बीच होने की संभावनाएं जताई जा रही है. इससे पहले बैठक को लेकर नगर निगम सभापति ने मांग रखी थी कि परिषद की आखिरी बैठक नगर निगम के नए परिषद हॉल में कराई जाए. ये परिषद हॉल संसद भवन की तर्ज पर इंदौर नगर निगम में बनाया जा रहा है, लेकिन 5 साल बीत जाने के बावजूद इस भवन का काम अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है.
5 साल में तैयार नहीं हुआ भवन
अब परिषद की बैठक को एक बार फिर नगर निगम से बाहर कराए जाने पर चर्चा चल रही है. हालांकि इस निर्णय से नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. पूरे शहर में समय से विकास के काम पूरे करने का दावा करने वाला नगर निगम अपना ही भवन 5 साल में तैयार नहीं करवा पाया है.
महापौर मालिनी गौड़ पर लगे आरोप
भवन पूरा नहीं होने पर महापौर मालिनी गौड़ का कहना है कि ये पता नहीं क्यों पूरी नहीं हो पा रही है, पता नहीं किस घड़ी में इसका भूमि पूजन हुआ है. वहीं इस भवन को लेकर महापौर पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि महापौर और आपसी गुटों की लड़ाई का नतीजा है कि नगर निगम अपना खुद का भवन 5 साल में तैयार नहीं कर पाया.