इंदौर। 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए इंदौर लोकायुक्त ने पुलिस आरक्षक अंकित उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिली थी कि आरक्षक एक आवेदन के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा है. जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने आरक्षक को थाने के बाहर पांच हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. आरक्षक पर कार्रवाई इंदौर के लोकायुक्त ऑफिस में की गई.
दरअसल, पिछले दिनों इंदौर क्राइम ब्रांच ने सीबीआई अधिकारी बन ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उनमें से एक आरोपी अभी भी फरार है जो कि सर्राफा थाना क्षेत्र में रहने वाले शेख कमाल हुसैन का नौकर है. आरक्षक ने कलाम हुसैन से फरार आरोपी के बारे में जानकारी मांगी और नहीं देने पर उसे मामले में फंसा देने की बात कही. इसी मामले में आरक्षक ने कलाम हुसैन को रिश्वत की बाकी बची हुई राशि को देने के लिए थाने बुलाया था.
इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस ने आरक्षक को ट्रैप कर लिया और एक नगर सुरक्षा समिति के सदस्य को भी गिरफ्तार किया है, जो इस पूरे मामले में आरक्षक के साथ मौजूद था. बताया जा रहा है कि आरक्षक के कहने पर नगर सुरक्षा समिति के सदस्य ने रिश्वत के रुपए लिए थे. वहीं जिस आरक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया, वो थाना प्रभारी का रीडर भी है.
बता दें कि इंदौर लोकायुक्त ने पिछले 15 दिनों में 3 से अधिक पुलिस अधिकारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है, लेकिन उसके बाद भी इंदौर पुलिस के आला अधिकारी ने किसी तरह की कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है. जिसके कारण लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं.