इंदौर। कोरोना संक्रमण नियंत्रण के तमाम प्रयासों के बावजूद शहर में महामारी तेजी से फैल रही है, शहर में 2000 का आंकड़े पार करने के बाद बुधवार को एक बार फिर 131 मरीज पॉजिटिव पाए गए है. नतीजतन कुल कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 2238 हो चुका है. इस बीच शहर मे 58 वर्षीय एक और मरीज की मौत के बाद इंदौर में कुल मौतें 96 हो गई है. हालांकि अब दावा किया जा रहा है कि, इंदौर में मरीजों के स्वस्थ होने की दर देश में दूसरे स्थान पर है.
बुधवार को फिर यहां 72 मरीजों के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के साथ ही कुल पॉजिटिव के लगभग आधे 1046 कोरोना संक्रमित ठीक होकर घर लौट चुके हैं. बुधवार को जारी बुलेटिन के अनुसार कल कुल 1422 केस की जांच हुई. इनमें से 1291 नेगेटिव पाए गए. वहीं 131 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, जिसे मिलाकर कुल संख्या 2238 हो गई. सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक इंदौर में कुल 18 हजार 537 लोगों के सैंपल की जांच की जा चुकी हैं.
इंदौर में नहीं खुलेगा लॉकडाउन
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि, इकोनॉमिक स्तर पर सुधार करने के लिए शहर में कई काम पहले भी चालू किए जा चुके हैं. लेकिन लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए, लोग तैयार रहे की इंदौर में 17 मई के बाद भी लॉकडाउन लगा रह सकता है. इस दौरान सभी फैक्ट्री वर्कर को पास दिया जाएगा.
सुरक्षित इलाकों में भी पहुंचा संक्रमण
अब तक घने इलाकों में अपना असर दिखा रहा कोरोना का संक्रमण अब शहर के व्यावसायिक इलाकों में भी पहुंच चुका है, हाल ही में जो मरीज मिले हैं. उनमें मल्हारगंज एमआईजी क्षेत्र गंगवाल बस स्टैंड, एयरपोर्ट क्षेत्र माणिकबाग इलाका और खजराना की दरगाह के आसपास का इलाका है. वहीं शहर के अन्य सुरक्षित इलाकों में भी इक्का-दुक्का मरीजों के मिलने से शहर के बाकी हिस्से के भी संक्रमित होने की आशंका बनी हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने नए मरीजों के मिलने पर संबंधित क्षेत्रों को भी कंटेनमेंट एरिया घोषित कर किया है.
जून-जुलाई में आएगा उछाल
अब तक 2000 का आंकड़ा पार करने के बाद जिला प्रशासन का मानना है की, नए क्षेत्रों में सैंपलिंग के बावजूद भी जून और जुलाई के महीने में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ेंगी. इसीलिए ज्यादा से ज्यादा इलाकों में सैंपलिंग की जा रही है. कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि, मरीजों की संख्या बढ़ने से चिंता की बात नहीं है, क्योंकि डिस्चार्ज कराने के मामले में इंदौर का देश में दूसरा स्थान हैं. जहां तक व्यवसायिक एवं अन्य गतिविधियों के कारण जो अनुमति जारी की गई है. यदि उनके द्वारा संक्रमण की आशंका बनती है तो तमाम अनुमति या निरस्त की जाएंगी.