इंदौर। किसानों के मुद्दे पर भाजपा के विरोध-प्रदर्शन का जवाब अब कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री दिल्ली में धरना देकर देने जा रहे हैं. यह पहला मौका होगा, जब पूरी कमलनाथ कैबिनेट किसानों के मुद्दे पर दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करेगी. हालांकि इसके पहले कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच बयानबाजी अपने चरम पर है. मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने साफ किया है कि दिल्ली में धरने की तारीख जल्द तय हो जाएगी और केंद्र की हठधर्मिता उजागर होते ही भाजपा के नेताओं को भी उनकी वास्तविकता समझ में आ जाएगी.
किसानों के भारी-भरकम ऋण माफ करने के बाद आर्थिक संकट से जूझ रही कमलनाथ सरकार दो बार केंद्र सरकार से किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग कर चुकी है. दिल्ली से कोई राहत स्वीकृत नहीं होने के बावजूद राज्य में इसी मुद्दे पर भाजपा के विरोध-प्रदर्शन से कमलनाथ कैबिनेट नाराज है, जिसके चलते अब कमलनाथ सरकार अपने तरीके से केंद्र को जवाब देने की रणनीति बना रही है.
कमलनाथ कैबिनेट ने तय किया है कि सभी मंत्री दिल्ली में जाकर मुआवजे के लिए मोदी सरकार के खिलाफ धरना देंगे. कांग्रेस सरकार इस मामले को लेकर इसलिए भी आर-पार की लड़ाई के मूड में है, क्योंकि अतिवृष्टि के कारण एक तरफ जहां राज्य का किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है, तो वहीं अन्य राज्यों को केंद्र से मिलने वाली मदद मध्य प्रदेश को अब तक नहीं मिली है, लिहाजा कैबिनेट के मंत्रियों ने राज्य के तमाम सांसदों से भी इस मुद्दे को लेकर बात करने को कहा है.