इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद जहां प्रदेश में सारे राजनीतिक और शासकीय आयोजन निरस्त कर दिए गए. वहीं इस बीच इंदौर में चर्चित कथा वाचक जया किशोरी की भागवत कथा भी निरस्त करनी पड़ी. यह कथा इंदौर की विधानसभा सीट क्रमांक 1 से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार संजय शुक्ला द्वारा आयोजित की जाने वाली थी. पहले तो उन्हें कथा की अनुमति नहीं दी गई लेकिन जब प्रशासन पर दबाव पड़ा तो अनुमति देनी पड़ी.
7 दिवसीय कथा निरस्त : कथा शुरू होने के पहले ही आचार संहिता लगने पर कथा का पूरा खर्च भी कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी संजय शुक्ला के हिसाब में जुड़ने की आशंका थी. इसलिए संजय शुक्ला को दलाल बाग के मैदान में 10 अक्टूबर से 7 दिन के लिए आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन को निरस्त करना पड़ा. तमाम तैयारियोंं के बाद और जया किशोरी के इंदौर पहुंचने के बावजूद कथा निरस्त करनी पड़ी. कांग्रेस नेता एवं विधायक संजय शुक्ला ने इसके पीछे भाजपा और प्रशासन की करतूत बताया.
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बीजेपी को भयभीत बताया : विधायक संजय शुक्ला का कहना है कि 7 दिन की कथा के लिए प्रशासन को अनुमति का आवेदन दिया गया था. इस आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस बीच शनिवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय पर पहुंचकर संजय शुक्ला ने आपत्ति जताई थी. हालांकि इसके बाद आवेदन पर संजय शुक्ला के नाम पर अनुमति जारी की गई. इस अनुमति के शर्त क्रमांक 2 में लिखा है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने पर यह अनुमति स्वत: निरस्त हो जाएगी. इस हिसाब से यह अनुमति निरस्त हो गई है. संजय शुक्ला ने आज आरोप लगाते हुए कहा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय इस कथा के आयोजन से भयभीत थे.