इंदौर। इस वक्त विश्व के कई देशों में कोरोना के चलते हाहाकार मचा हुआ है. भारत भी इसकी जद में है और कोरोना की रफ्तार दिनप्रतिदिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में मिनी मुंबई कहा जाने वाला इंदौर खुद कोरोना की चपेट में होकर भी दूसरे राज्यों की मदद करने में जुटा है और कोरोना के खिलाफ इस जंग में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. कोरोना के चलते किए लॉकडाउन में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर, पुलिसकर्मी और अन्य सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर कहा जा रहा है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस संकट की घड़ी में अपना काम पूरी शिद्दत से कर रहे हैं और कोरोना के खिलाफ इस जंग में उनका अहम योगदान भी है.
खुद कोरोना की जद में होने के बावजूद इंदौर दूसरे राज्यों की मदद करने में जुटा है. यहां स्थित प्रदेश का सबसे बड़ा दवा बाजार देशभर में दवाइयां सप्लाई कर रहा है. इस दवा बाजार में रोजाना एक से दो करोड़ के बीच का व्यापार होता है. कुछ दिनों पहले सुखलिया में एक केमिस्ट के कोरोना पॉजिटिव पाने के बावजूद इस दवा बाजार के व्यापारियों ने हिम्मत नहीं हारी और अपने काम को लगातार जारी रखा, जो किसी कोरोना योद्धाओं से कम नहीं हैं.
इंदौर में है प्रदेश का बड़ा दवा बाजार
मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा दवा बाजार इंदौर में स्थित है, जहां पर हर तरह की दवाइयां और हर दवा कंपनी की दवाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं. हालांकि लॉक डाउन का असर दवा बाजार पर भी दिखाई दिया है और कारोबार में थोड़ी कमी आई है, लेकिन इसके बावजूद दवा बाजार कोरोना संक्रमण के बीच लगातार काम कर रहा है. जिससे आवश्यक दवाइयों के लिए लोग परेशान न हों. दवा बाजार में 350 से अधिक दुकानें हैं, जिनसे मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे देश में दवाइयां सप्लाई की जाती हैं.
सिर्फ दवा विक्रेताओं को मिलता है बाजार में प्रवेश
दवा बाजार में आम व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रखा गया है, सिर्फ दवा विक्रेता ही दवा बाजार के अंदर प्रवेश कर सकते हैं, उन्हें भी मास्क और हैंड ग्लव्स लगाना अनिवार्य है. इसके बिना दवा बाजार में प्रवेश नहीं मिलता है. लॉक डाउन में भी दवा बाजार रोजाना एक से दो करोड़ का व्यापार कर रहा है. शहर के हर मेडिकल शॉप पर दवाइयां इसीलिए उपलब्ध हैं, क्योंकि दवा बाजार के व्यापारी अपनी दुकानों को खोल कर रख रहे हैं.
कोरोना पॉजीटिव के बाद भी नहीं हारी हिम्मत
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इंदौर शहर में एक ओर जहां सभी दुकाने बंद हैं, वही प्रदेश का सबसे बड़ा दवा बाजार अभी भी काम कर रहा है, जिसके कारण प्रदेश में कहीं भी आवश्यक दवाइयों की कमी नहीं हुई है, कोरोना पॉजिटिव मरीज दवा बाजार में भी सामने आए थे, इसके बावजूद दवा व्यापारियों ने अपनी सप्लाई को बंद नहीं किया इंदौर के इस दवा बाजार से पूरे देश में दवाइयां सप्लाई की जा रही हैं. इंदौर के दवा बाजार को लेकर आने वाले समय में और भी योजनाएं बनाई जा रही हैं. ताकि दवा बाजार के स्वरूप को और बड़ा किया जा सके. कोरोना समय में दवा बाजार के कारण ही शहर में आसानी से दवाइयां उपलब्ध हो पाई हैं.