जबलपुर: शहर में कामकाजी महिलाओं के लिए अच्छी खबर है. केंद्र सरकार की मदद से नगर निगम वर्किंग वूमेन हॉस्टल बनाने जा रहा है. इस हॉस्टल में 18 साल से ज्यादा उम्र की कोई भी महिला रह सकती है. अकेली रहने वाली महिलाओं को केंद्र सरकार की योजना से बड़ी राहत व सुविधा मिलेगी. इस बारे में जबलपुर नगर निगम ने जगह का चयन कर लिया है. यहां 30 करोड़ की लागत से महिलाओं के लिए हॉस्टल बनेगा.
30 करोड़ की राशि से बनेगा महिलाओं का हॉस्टल
बता दें कि बड़े शहरों में अकेली रहने वाली कामकाजी महिलाओं के लिए आवास की सबसे बड़ी समस्या होती है. इसलिए केंद्र सरकार ने ये योजना पास की है. इसके तहत स्थानीय निकाय केंद्र सरकार की मदद से वर्किंग वूमेन हॉस्टल बनाएगा. हॉस्टल के निर्माण के लिए केंद्र सरकार जबलपुर नगर निगम को 30 करोड़ रुपए की राशि देगा. जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह ने बताया "30 करोड़ की लागत से बनने वाली इमारत बहुत बड़ी होगी. इतनी बड़ी जमीन शहर के भीतर नहीं थी. इसलिए इस तेवर गांव के पास बनाया जा रहा है."
हॉस्टल में सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी
बता दें कि केंद्र सरकार की मदद से इस तरह के हॉस्टल्स कई बड़े शहरों के पास बनाए गए हैं. हॉस्टल में रहने के लिए नियम ये है कि महिला की 35000 से कम मासिक आय होनी चाहिए. यह हॉस्टल्स फर्निश्ड होते हैं. इनमें महिलाओं की जरूरत की सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है. हॉस्टल की सिक्योरिटी पर खास फोकस होता है. जबलपुर नगर निगम का दावा है कि बेशक यह हॉस्टल शहर से थोड़ी दूर है लेकिन यहां तक आने-जाने के लिए जबलपुर का सिटी ट्रांसपोर्ट हमेशा उपलब्ध रहेगा.
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महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण आवश्यक
गौरतलब है कि रोजगार की तलाश में पुरुष भी बाहर निकलते हैं लेकिन इन्हें रहने की बहुत समस्या नहीं होती. वह किसी भी वातावरण में रह सकता है लेकिन महिलाएं केवल सुरक्षित वातावरण में ही रहना पसंद करती हैं. इसलिए महिलाओं को सरकारी मदद जरूरी है. रहने की समस्या खत्म होने के बाद महिलाओं में काम करने का उत्साह बढ़ जाता है और वह एक अच्छी जिंदगी जीने के बारे में सोच सकती है.