इंदौर। शहर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में वर्तमान में कई दुर्लभ प्रजाति के जानवर मौजूद हैं. प्राणी संग्रहालय में लगातार अच्छी ब्रीडिंग के चलते जानवरों की संख्या में वृद्धि हो रही है. ये प्राणी संग्रहालय में नए जानवरों के आदान प्रदान में मददगार साबित हो रहा है. वहीं एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जल्द ही दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी, बंदर और एनाकोंडा सहित कई प्रजातियों के सांप लाए जा रहे हैं, जो सैलानियों को देखने को मिलेंगे.
जानवरों का एक्सचेंज: एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इंदौर जू से 5 शेर, 5 टाइगर, 8 घड़ियाल और 2 लोमड़ी को जामनगर के ग्रीन जूलॉजिकल गार्डन भेजा गया है. यहां की 25 सदस्यीय टीम विशेष एनिमल एंबुलेंस से लेकर सोमवार की रात इंदौर जू से वन्य प्राणी के लिए रवाना हुई थी. इसके बदले प्राणी संग्रहालय में नए दुर्लभ प्रजातियों के करीब 150 पक्षी, बंदर और एनाकोंडा सहित कई प्रजातियों के रेप्टाइल, मैमल्स, बर्ड्स इंदौर जू आएंगे.
जल्द आएंगे नए जानवर: इस एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इंदौर जू में विदेशी प्रजातियों के कई पक्षी आएंगे. इसके अलावा 4 प्रजाति के बंदर और यलो, ग्रीन एनाकोंडा सहित कई प्रजातियों के सांप इंदौर जू आएंगे. चिड़ियाघर में इन वन्य जीवों को रखने के लिए व्यवस्था शुरू कर दी गई है. माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में इंदौर जू में नए वन्य प्राणी आ जाएंगे. वहीं अब जामनगर ग्रीन जूलॉजिकल गार्डन को बाघ, शेर और घड़ियाल देने के बाद इंदौर चिड़ियाघर में 9 टाइगर 5 शेर और 30 घड़ियाल बचे हैं.
सफेद बाघिन ने शावकों को दिया जन्म: जहां एक तरफ शेरों और बाघों को जामनगर भेजने की तैयारी की जा रही थी, तो वहीं सफेद बाघिन रागिनी ने अपने सेल में 4 शावकों को जन्म दिया. इसके बाद वहां कर्मचारियों की आवाजाही बंद कर दी गई. अब टाइगरों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है. इन शावकों के जन्म से चिड़ियाघर के कर्मचारियों में उल्लास छा गया है. शावकों के रंग की जानकारी अभी एक दो दिन में मिल पाएगी. इससे पहले भी रागिनी ने 3 शावकों को जन्म दिया था.