इंदौर। तीन महीने पहले इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में सर्वे करने गई स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर लोगों ने हमला कर दिया था, इस घटना के बावजूद स्वास्थ विभाग और डॉक्टरों ने यहां कोरोना मुक्ति के लिए अपना अभियान जारी रखा. नतीजतन अब ये इलाका कोरोना संक्रमण से मुक्त होने लगा है.
20 दिन से यहां कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है. ये इलाका एक समय कोरोना वायरस हॉटस्पाट था, लेकिन अब कोविड-19 रिकवरी में बेंचमार्क के रूप में उभरा है. माना जा रहा है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से शहर का ये सर्वाधिक संक्रमित इलाका कोरोना वायरस से मुक्त हो चुका है.
स्वास्थ विभाग के मुताबिक इन इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे कर सदिग्धों को ढूंढा, फिर उनको होम क्वारंटीन किया गया, ताकि इनके संपर्क में दूसरे लोग न आ सकें. नतीजा यहां बढ़ता संक्रमण रुक गया. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने राहत की उम्मीद जताई है.
संक्रमित इलाकों में हो रही टेस्टिंग
शहर के अब अलग-अलग हिस्सों में संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है, राज्य शासन ने 1 जुलाई से 15 जुलाई तक किल करोना अभियान की शुरुआत की है, जिसके चलते इंदौर में 30 लाख से अधिक लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है, इस दौरान संभावित मरीजों के जो 1000 सैंपल लिए गए थे, उनमें से मात्र 33 मरीज ही पॉजिटिव पाए गए हैं. जिन्हें इलाज के लिए शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना के संभावित मरीजों को चिह्नित कर उनका इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा जिन लोगों को बीते 7 दिनों में कोई बुखार-सर्दी या खांसी की शिकायत है, उन्हें भी तत्काल जांच कराने की सलाह दी जा रही है.