इंदौर। विजय नगर पुलिस ने पिछले दिनों नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में एक के बाद एक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं इस पूरे मामले में मुख्य आरोपियों को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गुजरात की पुलिस बुधवार को इन आरोपियों को इंदौर लेकर पहुंची. यहां कोर्ट में पेश करने के बाद इंदौर पुलिस को आरोपियों की 7 दिन की रिमांड मिली है. बता दें कि इन आरोपियों ने रेमडेसिविर की जगह नमक और ग्लूकोज मिलाकर इंदौर में 700 इंजेक्शन खपाए थे.
प्रोडक्शन वॉरंट पर इंदौर लाए गए आरोपी
इंदौर पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर सुनील मिश्रा कौशल बोरा पुनित शाह और कुलदीप को इंदौर लेकर आई है. इनपर रेमडेसिविर की डिब्बी में ग्लूकोज और नमक मिलाकर बेचने का आरोप है. इंदौर पूर्व क्षेत्र के एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि चारों आरोपी गुजरात पुलिस की रिमांड पर थे. इनके रिमांड खत्म होते ही पुलिस इन्हें प्रोडक्शन वारंट पर इंदौर लेकर आई है. आरोपियों ने नमक और ग्लूकोस को मिलाकर बड़ी संख्या में नकली इंजेक्शन बनाए थे. इनमें से 700 इंजेक्शन इन्होंने इंदौर में खपाए हैं. इनकी नकली इंजेक्शन की फैक्ट्री गुजरात में संचालित की जा रही थी. इस मामले में गुजरात पुलिस भी कार्रवाई कर चुकी है.
आरोपियों की कॉल डिटेल खोलेगी राज
बता दें कि पुलिस इस पूरे मामले में पकड़े गए आरोपियों की कॉल डिटेल भी खंगालने में जुटी हुई है. कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने अभी तक कई आरोपियों को चिन्हित कर लिया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा की कॉल डिटेल के आधार पर ही 19 आरोपियों को चिन्हित किया है. वहीं अन्य दो मुख्य आरोपियों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर सकती है.
इंदौर पुलिस ने फैक्ट्री पर की जांच
वहीं गुजरात के मोरबी में जहां पर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही थी. वहां पर भी इंदौर की विजय नगर पुलिस ने मुआयना किया. इस दौरान ये जानकारी जुटाई गई कि वहां किस तरह से नकली इंजेक्शन बनाए जा रहे थे. जानकारी में सामने आया कि आरोपियों ने वहां बड़ी संख्या में नकली इंजेक्शन तैयार किए थे.