इंदौर। बीते दिनों इंदौर पुलिस ने करीब 70 करोड़ रुपए की ड्रग्स की एक खेप पकड़ी थी. अब इस मामले में पुलिस की जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. दरअसल पुलिस इस मामले में आरोपियों की आर्थिक स्थिति की भी जांच करना चाहती है. इसके लिए इंदौर पुलिस ने ईडी (Enforcement Directorate) से मदद मांगी है.
केस में ईडी की एंट्री क्यों ?
इंदौर आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा का कहना है कि 'ये ड्रग्स का बहुत बड़ा कंसाइनमेंट था. ऐसे में इस आशंका से बिल्कुल इनकार नहीं किया जा सकता कि आरोपियों के द्वारा बड़े स्तर पर फाइनेंसियल व डीलिंग की गई हो. इसके साथ ही इस काली कमाई से इन लोगों के द्वारा तमाम प्रकार की संपत्तियां जुटाने की भी जानकारी मिली है. चूंकि ईडी आर्थिक मामलों को डील करती है, ऐसे में वो इस केस को ज्यादा बेहतर तरीके से इन्वेस्टिगेट कर पाएंगे'.
क्या बॉलीवुड कनेक्शन मिला ?
इंदौर में पकड़े गए ड्रग्स कंसाइनमेंट को लेकर बॉलीवुड कनेक्शन के सवाल पर आईजी कहना है कि ' पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि न केवल इंदौर बल्कि देश के कई अन्य शहरों में भी इनके द्वारा ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी. अभी किसी विशेष शहर या व्यक्ति का नाम तो सामने नहीं आया है. लेकिन छानबीन जारी है. पुलिस की टीमें दूसरे राज्यों में आरोपियों के नेटवर्क का पता लगा रहीं हैं.
शहर में नशे के सौदागरों के अवैध निर्माण जमींदोज
उन्होंने बताया कि इंदौर के कुछ स्थानीय कांटेक्ट मिले हैं. पुलिस हर पहलू को खंगाल रही है. जो भी लोग इसमें शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. स्थानीय स्तर पर जिन लोगों के संबंध आरोपियों पाए गए हैं, उनके अवैध निर्माणों को जमींदोज किया गया है. नगर निगम व पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.
आगे भी कार्रवाई रहेगी जारी
आईजी आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि ऐसे अपराधी जो नशे के कारोबार में लिप्त हैं, उनकी संपत्तियों की लिस्टिंग की जा रही है. जो भी अवैध निर्माण होंगे, आने वाले दिनों में जमींदोज किया जाएगा.
70 किलो MDMA के साथ पकड़े गए थे 5 आरोपी
बता दें कि हाल ही में इंदौर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए करीब 70 किलो एमडीएमए ड्रग के साथ 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस ड्रग्स की कीमत करीब 70 करोड़ रुपए आंकी गई है. ड्रग्स की इस खेप का हैदराबाद कनेक्शन भी निकला था. आरोपी इसे यहां से दक्षिण अफ्रीका भेजने की फिराक में थे.
दवा कंपनी में काम कर चुका है सरगना
ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया आरोपी वेद प्रकाश व्यास हैदराबाद में एक दवा कंपनी चलाता है. वेद प्रकाश को ही इस गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. आरोपी 1980 के दशक में इंदौर और उज्जैन में बतौर मेडिकल रिप्रजेंटेटिव काम कर चुका है.
रविवार को रिमांड की अवधि खत्म
बता दें पांच आरोपी अभी तक पुलिस की रिमांड में थे. ये रिमांड पांच दिनों की थी. जो रविवार को खत्म हो जाएगी. इसके बाद पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी. जिस तरह से एक बाद एक इस केस से संबंधित जानकारियां सामने आ रहीं, उससे लग रहा है कि पुलिस, कोर्ट से आरोपियों की रिमांड की फिर से मांग सकती है.
क्या है MDMA ?
हाई प्रोफाइल पार्टीज में MDMA ड्रग्स बड़े पैमाने पर लिया जाता है. इसे पार्टी ड्रग्स भी कहते हैं. शॉर्ट फॉर्म में इसे MD कहा जाता है. पार्टी के हिसाब से इसका दाम तय होता है. इस ड्रग की इंटनेशनल मार्केट में बड़े स्तर पर तस्करी होती है. MDMA यानि मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन को आमतौर पर एक्सटेसी भी कहा जाता है. ये उत्साहित करने, भ्रामक स्थितियां पैदा करने, शक्ति और सुकून महसूस कराने का काम करती है.