इंदौर। दृष्टिहीन दिव्यांग बच्चों के लिए अब इंदौर के होटल या रेस्टोरेंट में ब्रेल लिपि के मीनू कार्ड मौजूद रहेंगे. इसी मौके पर शहर 46 दृष्टिहीन दिव्यांग छात्राओं ने एक रेस्टोरेंट पर पहुंचकर ब्रेल लिपि में मौजूद मीनू कार्ड के जरिए ऑर्डर किया. साथ ही अपने मनपसंदीदा फूड का आनंद भी लिया.
दरअसल, सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय संस्था यंग इंडियन की तरफ से दिव्यांग दृष्टिहीन बच्चों को रेस्टोरेंट में ऑर्डर करने के लिए ब्रेल लिपि में मीनू कार्ड तैयार कराए हैं. इन्हें शहर के गुरु कृपा जेएमबी कंचन तिलक और होब नोब जैसे रेस्टोरेंट को उपलब्ध कराए गए हैं.
दिव्यांग बच्चों को मिल सके सुविधा: इस पहल के जरिए अब कोशिश है कि फूड ऑर्डर करते समय दिव्यांग छात्रों को सुविधा मिले. इन कार्ड के चलन के साथ ही, इंदौर की सामाजिक संस्था महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ के 46 बच्चों ने रेस्टोरेंट पहुंचकर अपनी पसंद के फूड ऑर्डर किए. साथ ही तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाया.
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उत्साहित दिखे बच्चे: इस दौरान सभी बच्चे काफी उत्साहित नजर आए. संस्था का कहना है कि दृष्टिहीन बच्चों के साथ यह परेशानी सबसे ज्यादा होती है. वह अपने माता-पिता या परिजनों के साथ भी रेस्टोरेंट में जाने पर अपना मनचाहा फूड ना तो ऑर्डर कर पाते थे, ना ही उन्हें उसके रेट की जानकारी हो पाती थी.
ऐसी स्थिति में वह अपने परिजनों के ही भरोसे रहते थे, इसी परेशानी के चलते यंग इंडियंस ने जो कार्ड ब्रेल लिपि में तैयार किए, उनमें बाकायदा रेस्टोरेंट के ब्रांड नाम के साथ सभी डिशेस की जानकारी दी गई है. बच्चे मेनु पर अपनी उंगली रखते ही, डिश के बारे में जान लेते हैं.
बच्चों ने अपने हाथ से किया ऑर्डर: बच्चों ने अपने हाथ से स्टार्टर से लेकर स्वीट डिश, आइसक्रीम आदि का ऑर्डर किया. आज पहले दिन संस्था ने अपनी ओर से 46 बच्चों को रेस्टोरेंट में लेकर गए. बच्चों की खुशी और उनके आत्मविश्वास को देखकर रेस्टोरेंट संचालक भी खासे उत्साहित नजर आए.
ब्रेल लिपि की बुक के साथ: गौरतलब है ब्रेल लिपि की किताबों के बाद यह पहला मौका है, जब शहर के रेस्टोरेंट और होटल में दिव्यांग दृष्टिहीनों को यह सुविधा मुहैया कराई गई है. जाहिर है, इससे न केवल रेस्टोरेंट के ग्राहक अब दृष्टिहीन दिव्यांग भी हो सकेंगे, बल्कि ऐसे ग्राहकों के लिए रेस्टोरेंट और होटल के जरिए एक सामाजिक मदद भी शुरू हो सकेगी.