इंदौर। प्रदेश सरकार ये मान चुकी है कि बड़े आयोजनों के लिए एमपी में इंदौर से बेहतर जगह और कहीं नहीं हो सकती है, इसी वजह से इस शहर को लगातार डेवलप किया जा रहा है. इसी को लेकर इंदौर में एक और कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. हाल ही में इंदौर में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आयोजन स्थल के छोटे पड़ने से सबक लेकर राज्य सरकार अब 10 हजार की सिटिंग की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर जिले के सुपर कॉरिडोर में बनाने जा रही है.
नए कन्वेंशन सेंटर बनाने को तैयार इंदौर: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप स्कीम नंबर 172 में कन्वेंशन सेंटर के लिए 17 हेक्टेयर भूमि खाली रखने संबंधी प्रस्ताव पर इंदौर विकास प्राधिकरण के बोर्ड ने हरी झंडी दी है. इसके लिए 10 हेक्टेयर भूमि पर कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जाएगा, जबकि 7 हेक्टेयर भूमि भविष्य के किसी प्रोजेक्ट के लिए खाली रखी जाएगी. इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान बैठने की व्यवस्था को लेकर असुविधा महसूस की गई थी. यह मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था, जिसमें प्रवासी भारतीय कार्यक्रम के दौरान हॉल पहले से ही फुल होने के कारण कई लोग इसमें पहुंच नहीं सके थे.
इन्वेस्टर्स समिट के समापन पर सीएम का निर्देश: इसी मामले से सबक लेकर मुख्यमंत्री ने नया और विशाल कन्वेंशन सेंटर बनाने का फैसला कर लिया था. इसके बाद ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दस हजार की क्षमता के कन्वेंशन सेंटर को तैयार करने के निर्देश इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल चावड़ा को दिए थे. आईडीए ने कन्वेंशन सेंटर के लिए शहर के 5 से 6 स्थानों का निरीक्षण किया था. आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने बताया कि, कई स्थानों का निरीक्षण कर स्कीम नंबर 172 की जमीन को कन्वेंशन सेंटर के लिए अनुकूल माना गया है. सोमवार को हुई आईडीए की बोर्ड बैठक में स्कीम नंबर 172 की 17 हेक्टेयर भूमि को कन्वेंशन सेंटर के रिक्त रखने पर सहमति बन गई है. इस प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में पास भी कर दिया है. आईडीए कन्वेंशन सेंटर को खास स्वरूप में तैयार करेगा,जिसके लिए जल्द ही कंसलटेंट की नियुक्ति भी की जाएगी.