इंदौर (Agency,PTI)। इंदौर नगर निगम विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (ईपीआर) प्राप्त करने वाला देश का पहला शहरी निकाय बन गया है. नगर निगम ने दावा किया है कि प्रतिबंधित सिंगल प्लास्टिक वस्तुओं को जब्त करने के बाद उनकी रिसाइक्लिंग करने के मामले में इंदौर ने देश में अलग पहचान बनाई है. इंदौर की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेशवासियों और स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है.
इंदौर लगातार छठा सबसे साफ शहर : गौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को लगातार छठी बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया था. यहां एकल उपयोग प्लास्टिक पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इंदौर नगर निगम ने हाल के दिनों में लगभग आठ टन ऐसे प्लास्टिक को जब्त किया है और इसे प्रसारित होने से रोका है. इस प्लास्टिक स्टॉक को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत संचालित एक संयंत्र में पुनर्चक्रित किया है. इंदौर नगर निगम की कमिश्नर हर्षिका सिंह ने बताया कि इस रिसाइक्लिंग से आईएमसी को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ईपीआर पोर्टल पर 8,100 रुपये का क्रेडिट मिला है.
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सीएम शिवराज ने जताई खुशी : नगर निगम कमिश्नर के अनुसार जब्त प्लास्टिक के पुनर्चक्रण के लिए ईपीआर पोर्टल पर क्रेडिट अर्जित करने वाला देश का पहला पंजीकृत शहरी निकाय है. वहीं सीएम शिवराज ने इस मामले में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार मध्य प्रदेश में एक चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं. नगर निगम इंदौर के अनुसार इंदौर में हर दिन औसतन 1,162 टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें लगभग 164 टन प्लास्टिक कचरा शामिल होता है. इस कचरे को वाहनों द्वारा शहर के हर दरवाजे से विभिन्न श्रेणियों के तहत एकत्र किया जाता है. उसी दिन पीपीपी मॉडल के तहत चलाए जा रहे संयंत्र में इसका निपटान किया जाता है.