इंदौर। शहरी क्षेत्र से लगे फॉरेस्ट रेंज में हो रहे विकास कार्यों और मानवीय दखल के चलते वन्य प्राणी लगातार शहरों की ओर रुख कर रहे हैं. इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में तेंदुओं का मूवमेंट भी लगातार बढ़ रहा है. स्थिति यह है कि यहां एक के बाद एक करके तीन तेंदुओं का मूवमेंट शहर के आसपास पाया गया है. जिन्हें पकड़ने में वन विभाग का अमला फिलहाल नाकाम साबित हो रहा है.
सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में दिखा तेंदुआ: रालामंडल से लगी सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में तेंदुआ सीसीटीवी में कैद हुआ है. इस तेंदुए के मूवमेंट के कारण बाईपास के पास सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में दहशत का माहौल है. वहीं इस तेंदुए की अब वन विभाग की टीम द्वारा सर्चिंग की जा रही है, हालांकि वन विभाग को फिलहाल इसमें सफलता नहीं मिली है. इधर बीते दिनों आईआईएम के पास भी तेंदुआ पाया गया था, जो खंडवा रोड से लगी फॉरेस्ट रेंज की तरफ से इंदौर की तरफ आना बताया गया था. इस तेंदुए को भी वन विभाग फिलहाल ट्रैक नहीं कर पाया है.
आर्मी कॉलेज के पास भी दिखा था तेंदुआ: जबकि इसके पूर्व आर्मी बार कॉलेज के पास भी तेंदुए का मूवमेंट देखा गया था. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरा भी लगाया था. जिसमें बाकायदा पिंजरे में बकरे को रखा गया था. बताया जाता है कि तेंदुआ बकरे को खाकर चला गया, लेकिन पिंजरे में नहीं फंसा. अब सिल्वर स्प्रिंग के पास एक अन्य तेंदुए का पता चला है. वहीं दो माह पूर्व 70 साल के एक बुजुर्ग को भी तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. इसके बाद से ही वन विभाग तेंदुए की तलाश में है, लेकिन वन विभाग को अब तक तेंदुए को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिली है. हालांकि वन विभाग का दावा है कि फिलहाल दहशत जैसी स्थिति नहीं है. तेंदुए के मूवमेंट के आधार पर उसको ट्रैक करने के प्रयास किया जा रहे हैं.
फॉरेस्ट रेंज में ह्यूमन डिस्टरबेंस: गौरतलब है इंदौर की फॉरेस्ट रेंज में करीब 66 तेंदुए हैं. जिनमें सर्वाधिक तेंदुए की संख्या चोरल डैम के आसपास पाई जाती है. यह इलाका शहरी सीमा से लगे खंडवा रोड क्षेत्र में स्थित है. जहां पर फिलहाल इंदौर से खंडवा के लिए फोर लेन रोड बनाया जा रहा है. फोरलेन रोड बनाने के लिए पहाड़ पर टनल खोदने के लिए विस्फोट भी किए जा रहे हैं. इससे भी वन्य प्राणियों के प्रभावित होने की आशंका लगातार गहरा रही है. रात में भी नेशनल हाईवे का काम जारी रहने के कारण कहीं ना कहीं वन प्राणी जंगल में सड़क के कामकाज से प्रभावित हैं. ऐसी स्थिति में तेंदुए अब शहर की ओर रुख कर रहे हैं. यह बात और है कि वन विभाग की पहुंच से फिलहाल सभी दूर हैं. इधर इंदौर डीएफओ नरेंद्र पंडवा का कहना है कि 'सीसीटीवी में लेपर्ड ट्रैक हुआ है. जिसे पकड़ने के प्रयास किया जा रहे हैं.