नई दिल्ली : कांग्रेस संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के अपमान के मुद्दे को यूं ही नहीं छोड़ेगी और इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के साथ-साथ आम जनता को भी साथ लेकर पूरे देश में इस मुद्दे का विरोध करेगी. संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया और कांग्रेस जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. बी.आर. अंबेडकर के प्रति दिखाए गए अनादर को उजागर करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करेगी.
इन विरोध प्रदर्शनों का मुख्य केंद्र भाजपा शासित उत्तर प्रदेश होगा, जहां आंदोलन ब्लॉक स्तर तक चलाए जाएंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस और सहयोगी सपा ने मिलकर पूरे उत्तर प्रदेश में दलित वोटों को लामबंद किया और राष्ट्रीय चुनावों के दौरान 80 में से 43 लोकसभा सीटें जीतकर भगवा पार्टी को चौंका दिया.
इस संबंध में उत्तर प्रदेश के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि "आलाकमान ने अंबेडकर के अपमान को बहुत गंभीरता से लिया है और इस मुद्दे को यूं ही नहीं छोड़ेगा. उन्होंने कहा कि पूरा संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल होगा."
उन्होंने कहा कि हम अपने सहयोगियों को भी इसमें शामिल करेंगे जो गृह मंत्री की टिप्पणी से समान रूप से आक्रोशित हैं तथा आंदोलन में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने बताया, "देशव्यापी विरोध के लिए विवरण जल्द ही तैयार किया जाएगा, लेकिन एक प्रमुख फोकस क्षेत्र उत्तर प्रदेश होगा, जहां हम संदेश को ब्लॉक स्तर तक ले जाएंगे." कांग्रेस नेता ने कहा, "हम गृह मंत्री को आसानी से जाने नहीं देंगे. उनकी टिप्पणियों से देशभर में बड़ी संख्या में लोगों को ठेस पहुंची है. उन्हें अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी होगी."
पिछले तीन दिनों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक ने संसद परिसर के साथ-साथ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि आने वाले विरोध प्रदर्शनों में जनता को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और इसे कांग्रेस के चल रहे ‘संविधान बचाओ’ अभियान के साथ जोड़ा जाएगा.
वहीं एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए एआईसीसी के राष्ट्रीय समन्वयक के राजू ने कहा, “राज्य इकाइयों को 26 जनवरी, 2025 तक सभी राज्यों में विशेष ध्यान देते हुए ‘संविधान बचाओ’ अभियान चलाने के लिए कहा गया है. इस अवधि के दौरान, हम भाजपा के झूठे आख्यान का मुकाबला करेंगे कि कांग्रेस अंबेडकर के खिलाफ थी. उन्होंने कहा कि हम लोगों को शिक्षित करेंगे कि भगवा पार्टी वास्तव में अंबेडकर के खिलाफ थी और हिंदू कोड बिल पर उसके दोहरे मापदंड क्या हैं,बताएंगे.
कांग्रेस के लोकसभा सांसद मोहम्मद जावेद ने कहा, "बीजेपी अंबेडकर के बारे में जो सोचती है, उसका संदेश लोगों तक पहुंच गया है और अब वे अपने तरीके से इसका जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि संविधान लोगों को सशक्त बनाता है और वे इसे बनाने वाले व्यक्ति के प्रति कोई अनादर नहीं दिखाना चाहते. हम भी अपनी भूमिका निभाएंगे." मध्य प्रदेश कांग्रेस, जो पिछले दो दिनों से इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रही है, आने वाले दिनों में अंबेडकर के अपमान के खिलाफ एक विशाल रैली आयोजित करेगी.
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा, "हम इंदौर के महू में एक विशाल रैली करने जा रहे हैं, जो भारतीय संविधान के निर्माता बीआर अंबेडकर की जन्मस्थली है. अंबेडकर के अपमान के विरोध में पूरी राज्य इकाई पिछले दो दिनों से सड़कों पर है."
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