इंदौर। शिकायत में कहा गया है कि इस्लामिया करीमिया सोसायटी के तत्कालीन अध्यक्ष हाजी गफ्फार के भतीजे इरफान मुल्तानी 10वीं फेल है और उसका 12वीं बोर्ड का फॉर्म भी रिजेक्ट हुआ था. इसके बावजूद उसे इस्लामिया करीमिया महाविद्यालय ने वर्ष 2001 में प्रवेश दे दिया गया. इसके बाद उसने यहां बीकॉम भी पास कर लिया. शिकायत में ये भी कहा गया कि फर्जी अंकसूची और दस्तावेज के आधार पर इरफान ने डीएवीवी से धोखा किया. ऐसे में उसका एडमिशन अमान्य कर स्नातक की सभी मार्कशीट को निरस्त किया जाए.
मध्यमिक शिक्षा मंडल को लिखेंगे : जांच के लिए पत्रफर्जी अंकसूची की शिकायत के मामले में विश्वविद्यालय के असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. विष्णु मिश्रा का कहना है कि 10वीं , 12वीं कक्षा की फर्जी अंकसूची को लेकर शिकायत की गई है. चूंकि 10 ओर 12 की अंकसूची का मामला माध्यमिक शिक्षा मंडल से सम्बंधित है, इसके लिए बोर्ड को एक पत्र लिखा जाएगा. अगर जांच में शिकायत सही पाई जाती है तो विश्वविद्यालय द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. (Complaint in DAVV) (Admission by fake marksheets)