इंदौर| मल्टीप्लेक्स के जमाने में सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल अपना दम तोड़ते नज़र आ रहे हैं. इंदौर के पुराने सिंगल स्क्रीन थियेटर में से एक ज्योति टॉकीज भी बंद होने जा रहा है. करीब 68 साल पुराना यह सिनेमा घर इंदौर की पुरानी पहचान रहा है. आर्थिक तंगी के बीच भी सिनेमा घर संचालक ने अब तक इस पहचान को बचाए रखा था, लेकिन दर्शकों की लगातार कम होती भीड़ के कारण यह टॉकीज खस्ताहाल हो गया.
किसी जमाने में सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर इंदौर की पहचान हुआ करते थे. 50 से लेकर 90 के दशक में सिंगल स्क्रीन सिनेमा में फिल्म देखने के लिए इंदौर के आसपास के इलाकों से भी दर्शक आया करते थे. लेकिन अब बदलते समय में और आधुनिक मनोरंजन के दौर में सिंगल स्क्रीन टॉकीज के बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया. इंदौर के 68 साल पुराने और जाने-माने टॉकीज में से एक ज्योति टॉकीज में 16 जून को आखिरी शो दिखाया जाएगा. इसी के साथ शहर में सिर्फ 8 सिंगल स्क्रीन्स बचेंगे.
2004 में दर्शकों का आकर्षित करने के लिए ज्योति टॉकीज का कायाकल्प किया गया था. ज्योति टॉकीज शहर का पहले ऐसा सिनेमा घर था जिसकी बालकनी में पुश बैक सीटें भी लगी थीं. मल्टीप्लेक्स के जमाने में भी इस टॉकीज में दर्शक सिर्फ 40 रुपये में बड़े पर्दे पर फिल्म का मजा ले रहे हैं.