इंदौर। साल भर पहले निगम अधिकारी हरभजन सिंह ने भोपाल की महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग सहित अन्य धाराओं में पलासिया थाने पर मामला दर्ज कराया था. वहीं निगम अधिकारी हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भोपाल की महिलाओं को ब्लैक मेलिंग सहित अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया था. उसके बाद से वह जेल में बंद है, लेकिन इसके बाद इस पूरे मामले में राजीनामा के लिए दबाव बनाने के लिए निगम अधिकारी हरभजन सिंह को अलग-अलग तरह से धमकियां मिल रही हैं. इन्हीं धमकियों को देखते हुए हरभजन सिंह ने डीजीपी और एसआईटी चीफ को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है.
हरभजन ने डीजीपी और एसआईटी को लिखा पत्र
करीब साल भर पहले निगम अधिकारी हरभजन सिंह को भोपाल की महिलाएं वीडियो और अन्य आधार पर लगातार ब्लैकमेल कर पैसों की डिमांड कर रहीं थीं. इस पूरे मामले की शिकायत हरभजन सिंह ने पलासिया पुलिस में की थी. पुलिस ने भोपाल की महिलाओं के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया था. जहां ब्लैक मेलिंग के मामले में महिलाएं जेल में बंद हैं. वहीं दूसरी और हरभजन सिंह को धमकियां मिल रही हैं, हरभजन सिंह ने डीजीपी और एसआईटी चीफ को पत्र लिखकर अपने व अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है.
हरभजन ने चिट्ठी में धमकियों के बारे में बताया
डीजीपी और एसआईटी चीफ को लिखे पत्र में हरभजन सिंह ने लिखा कि उन्हें फोन पर अलग-अलग नंबरों के जरिए अलग-अलग तरह की धमकियां मिल रही है तो वहीं गुमनाम पत्र के जरिए भी धमकियां मिल रही है. यह दौर काफी लंबे समय से चल रहा है, लगातार मिल रही धमकियों को देखते हुए हरभजन सिंह ने डीजीपी और एसआईटी चीफ को पत्र लिखकर अपने व अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है. वहीं यह आशंका भी लगाई जा रही है कि हनी ट्रैप मामले में वह शिकायतकर्ता है,उसे इस तरह की धमकियों से मामले में राजीनामे करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
महिला और एक ड्राइवर को किया गया था गिफ्तार
बता दें मामले में निगम अधिकारी हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने भोपाल से चार महिलाओं को गिफ्तार किया था. वहीं उनके एक ड्राइवर को भी गिफ्तार किया था, उसके बाद से सभी आरोपी जेल में बंद हैं.
एक महिला आरोपी ने जमानत के लिए लगाया था हाईकोर्ट में आवेदन
जेल में बंद एक महिला आरोपी ने जमानत के लिए इन्दौर हाईकोर्ट में आवेदन भी लगाया था. लेकिन अब महिला आरोपी की जमानत अर्जी पर 28 दिसम्बर को सुनवाई होगी.
बता दें मामले में एसआईटी लगातार जांच में जुटी हुई है. दूसरी ओर शिकायतकर्ता को धमकियां मिल रही है. वहीं अब देखना होगा कि इस मामले में निगम अधिकारी हरभजन सिंह ने सुरक्षा की मांग की है, वह उसे मिलती है कि नहीं.