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हनी ट्रैप केस में जब्त सीडी असली, FSL जांच में हुई पुष्टि

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Published : Jan 8, 2021, 7:33 AM IST

Updated : Jan 8, 2021, 9:59 AM IST

हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में आरोपी महिलाओं से जब्त वीडियो और पोर्न फिल्में जांच के लिए हैदराबाद भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई है. एफएसएल रिपोर्ट में यह सबित हो गया है कि सीडी और पोर्न फिल्में असली हैं.

File photo
फाइल फोटो

इंदौर। मध्य प्रदेश के हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में एसआईटी लगातार जांच कर रही है. कार्रवाई के दौरान इंदौर के पलासिया पुलिस ने आरोपी महिलाओं के पास से कुछ वीडियो और सीडी बरामद की थी, जिसे जांच के लिए हैदराबाद भेजा गया था. FSL रिपोर्ट आने के बाद अब यह साबित हो गया है कि जो भी सीडी और पोर्न फिल्में इन आरोपियों के पास से बरामद हुई, वह असली है. रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर से मध्यप्रदेश में सियासी हलचल शुरू हो सकती है.

Female accused
महिला आरोपी
एक आरोपी महिला को उज्जैन जेल किया गया ट्रांसफर
हनी ट्रैप मामले में एक आरोपी युवती ने केस पार्टनर से परेशान होने का आरोप लगाया है. जिसके बाद गुरुवार को उसे इंदौर से उज्जैन जेल ट्रांसफर कर दिया गया. युवती ने भोपाल भेजे जाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उसे भोपाल की बजाय उज्जैन जेल भेजा गया है. मामले की मुख्य दो आरोपी सेंट्रल जेल में बंद हैं. पहले पांचों आरोपी जिला जेल में थीं, लेकिन बाद में दोनों मुख्य आरोपियों को सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया. जिसके बाद जिला जेल में तीन आरोपी बची रह गईं. इनमें से एक आरोपी को अब उज्जैन सेंट्रल जेल भेजा गया है.

क्या हैं पूरा मामला?

19 सितंबर 2019 को इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने ब्लैकमेलिंग का मामला पलासिया थाने में दर्ज कराया था. शिकायत पर इंदौर पुलिस ने भोपाल से 5 महिलाओं और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार किया. जांच के दौरान महिलाओं के पास से कई सीडी और पोर्न फिल्म के वीडियो पुलिस ने बरामद किए. मामले में IAS, IPS स्तर के अधिकारियों के साथ ही रिटायर्ड अधिकारी और कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए. मामले की जांच पड़ताल के लिए SIT का गठन किया गया. वहीं इस मामले में SIT की जांच कमेटी में दो अन्य सदस्यों को भी शामिल किया गया था. इस मामले में कई आरोपियों ने जमानत के लिए कोर्ट में अपील की है. लेकिन मामला गंभीर होने के कारण अभी तक एक भी महिला को जमानत नहीं मिली है.

इंदौर। मध्य प्रदेश के हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में एसआईटी लगातार जांच कर रही है. कार्रवाई के दौरान इंदौर के पलासिया पुलिस ने आरोपी महिलाओं के पास से कुछ वीडियो और सीडी बरामद की थी, जिसे जांच के लिए हैदराबाद भेजा गया था. FSL रिपोर्ट आने के बाद अब यह साबित हो गया है कि जो भी सीडी और पोर्न फिल्में इन आरोपियों के पास से बरामद हुई, वह असली है. रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर से मध्यप्रदेश में सियासी हलचल शुरू हो सकती है.

Female accused
महिला आरोपी
एक आरोपी महिला को उज्जैन जेल किया गया ट्रांसफर
हनी ट्रैप मामले में एक आरोपी युवती ने केस पार्टनर से परेशान होने का आरोप लगाया है. जिसके बाद गुरुवार को उसे इंदौर से उज्जैन जेल ट्रांसफर कर दिया गया. युवती ने भोपाल भेजे जाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उसे भोपाल की बजाय उज्जैन जेल भेजा गया है. मामले की मुख्य दो आरोपी सेंट्रल जेल में बंद हैं. पहले पांचों आरोपी जिला जेल में थीं, लेकिन बाद में दोनों मुख्य आरोपियों को सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया. जिसके बाद जिला जेल में तीन आरोपी बची रह गईं. इनमें से एक आरोपी को अब उज्जैन सेंट्रल जेल भेजा गया है.

क्या हैं पूरा मामला?

19 सितंबर 2019 को इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने ब्लैकमेलिंग का मामला पलासिया थाने में दर्ज कराया था. शिकायत पर इंदौर पुलिस ने भोपाल से 5 महिलाओं और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार किया. जांच के दौरान महिलाओं के पास से कई सीडी और पोर्न फिल्म के वीडियो पुलिस ने बरामद किए. मामले में IAS, IPS स्तर के अधिकारियों के साथ ही रिटायर्ड अधिकारी और कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए. मामले की जांच पड़ताल के लिए SIT का गठन किया गया. वहीं इस मामले में SIT की जांच कमेटी में दो अन्य सदस्यों को भी शामिल किया गया था. इस मामले में कई आरोपियों ने जमानत के लिए कोर्ट में अपील की है. लेकिन मामला गंभीर होने के कारण अभी तक एक भी महिला को जमानत नहीं मिली है.

Last Updated : Jan 8, 2021, 9:59 AM IST
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