इंदौर। इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के सुपर कॉरिडोर रेलवे ब्रिज के नीचे 2 दिन पहले एक अज्ञात लाश मिली थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने जब लाश का पोस्टमार्टम करवाया तो शरीर पर कई जगह पर चोट के निशान नजर आए. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई. इसके बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतक की शिनाख्त करने के साथ ही हत्याकांड की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई और पूरे ही मामले में पुलिस ने हत्याकांड की घटना को अंजाम देने वाले मृतक के दोस्त सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.
ऐसे की हत्या, कबूला जुर्म
पूरे मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की और पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गोलू चौहान पीथमपुर से 20 टन लोहे के सरियों को लेकर ट्रक के माध्यम से निकला था. जब वह इंदौर के सुपर कॉरिडोर तक पहुंचा था, तो उसके ही मित्र भोलन मालवीय ने उसे रोककर लिफ्ट मांगी और उसके बाद सुपर कॉरिडोर पर जब देर रात गाड़ी पहुंची तो उन्होंने गोलू चौहान की हत्या कर दी और गाड़ी को लेकर फरार हो गए. वहीं सरियों से भरी हुई गाड़ी को उन्होंने सांवेर रोड स्थित एक कंपनी के संचालक को सस्ते दामों में बेच दी और वहां से जो रुपया मिला उसको लेकर वह लोग फरार हो गए.
आरोपियों का दोस्त था मृतक
वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया. उन आरोपियों में से भोनल मालवीय मृतक गोलू चौहान का मित्र था और उसको देखते ही गोली चौहान ने अपनी सरियों से भरी हुई गाड़ी को रोक दिया और भोंनल अपने अन्य साथी कमलेश चौहान, प्रकाश गहलोत ,अंतर सिंह को लेकर गाड़ी में सवार हो गया और योजना के मुताबिक जब गाड़ी सुपर कॉरिडोर पर पहुंची तो उन्होंने उसे गाड़ी के अंदर ही रखे सामान के माध्यम से मौत के घाट उतार दिया और गाड़ी को लेकर फरार हो गए. वहीं गाड़ी में 20 टन लोहे के सरिए रखे हुए थे जिनकी कीमत तकरीबन दस लाख रुपये के आसपास थी. उन सरियों को उन्होंने सांवेर रोड रोड स्थित एक कंपनी के संचालक शाहरुख खान और मोहसिन खान को मात्र पांच लाख में बेच दिया और वह रुपए लेकर वहां से वह फरार हो गए.
मृतक की शिनाख्त के बाद खुला राज
वहीं सुपर कॉरिडोर रेलवे ब्रिज के नीचे जैसे ही मृतक की बॉडी निकली उसके बाद मृतक की शिनाख्त करने के लिए उसके कुछ फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर वायरल किए गए. इसी दौरान जिस व्यक्ति की गोलू चौहान गाड़ी चलाता था. उसके पास वह फोटो पहुंचा और उसने बाणगंगा पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद कड़ी दर कड़ी जुड़ती गई और पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
सीसीटीवी का भी पुलिस ने लिया सहारा
वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया क्योंकि सुपर कॉरिडोर पर से जिस तरह से बदमाशों ने लूट की नीयत से हत्याकांड को अंजाम दिया. उसके बाद सबसे पहले पुलिस ने उस गाड़ी को ढूंढा और उसके बाद आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. उसके बाद पुलिस सांवेर रोड स्थित उस फैक्ट्री तक पहुंची जहां पर उन्होंने सस्ते दाम में सरिया ठिकाने लगाया था. उसके बाद उन्होंने फैक्ट्री संचालकों को गिरफ्तार किया और फिर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया.
दोस्त ने ही बनाई थी दोस्त को मारने की योजना
फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से काफी बारीकी से पूछताछ में जुटी हुई है. वहीं इस पूरे मामले में मृतक का दोस्त भनल मालवीय ने ही इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए योजना बनाई और उसके बाद उसने अपने साथियों के साथ घटनाक्रम को अंजाम दिया. फिलहाल आने वाले दिनों में पुलिस कई और तथ्यों को भी उजागर कर सकती है.