इंदौर। पार्टी से नाराजगी के कयासों पर मध्य प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने विराम लगा दिया है. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा है कि वो हाटपिपल्या विधानसभा के जनप्रतिनिधि रहे हैं, इसलिए वहां के छूटे हुए कामों के लिए वह लगातार प्रयास करते रहते हैं. पार्टी से उनकी किसी भी प्रकार की नाराजगी नहीं है.
हाटपिपल्या विधानसभा सीट से उपचुनाव के प्रत्याशी को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व मंत्री दीपक जोशी बीजेपी से नाराज चल रहे हैं और जल्द ही पाला भी बदल सकते हैं, लेकिन इंदौर में मीडिया से बातचीत करते हुए दीपक जोशी ने इन सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि वे जहां हैं वहीं रहेंगे.
दीपक जोशी ने कहा कि वो हाटपिपल्या विधानसभा से लंबे समय तक जनप्रतिनिधि रहे हैं और जनप्रतिनिधि का प्रयास होता है कि कोई काम यदि उसके कार्यकाल में छूट जाए तो उसके लिए प्रयास किया जाना चाहिए. हालांकि कामों के लिए प्रयास करने को यदि कोई नाराजगी कह देता है तो वह बात दूसरी है, लेकिन वे जहां है वहीं रहेंगे.
गौरतलब है कि हाटपिपल्या विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, जिसमें बीजेपी की तरफ से संभावित उम्मीदवार मनोज चौधरी माने जा रहे हैं. इसको लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक जोशी बीजेपी से नाराज हैं.