इंदौर। सरस्वती शिशु मंदिर में (Sishu Vidya Mandir) नफरत के बीज बोए जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) के बयान पर बवाल मचा हुआ है. कई लोगों ने उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराने की बात कही है. इसके बावजूद दिग्विजय सिंह अपने बयान पर कायम हैं . इंदौर में एक रैली में आए दिग्विजय सिंह ने कहा, कि उनकी लड़ाई आरएसएस की विचारधारा से है. सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों से और वहां की व्यवस्था से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. लेकिन जो विचारधारा वहां सिखाई जाती है वे उसके विरोध में हैं
जुबान पर कायम हूं, बदलूंगा नहीं! मेरे पास सबूत हैं
इंदौर में कांग्रेस की रैली और विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) ने स्पष्ट किया कि उन्होंने स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में जो कहा है, वे अभी भी उस पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पास इसके कई प्रमाण हैं. मैं कोई भी बात बिना प्रमाण के नहीं बोलता. क्योंकि मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं बल्कि नफरत फैलाने वाली विचारधारा से है. दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) ने कहा जो विचारधारा सद्भाव के खिलाफ हो और जो लोग उसे पनपाते हैं मैं उन लोगों के खिलाफ हूं. जो छात्र शिशु मंदिरों में पढ़ते हैं उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना. लेकिन आप खुद देखेंगे कि मेरे पास ऐसे कई बिंदू और प्रमाण हैं, जहां आर एस एस के पुराने प्रचारक ये बात कर रहे हैं. इसलिए मैंने जो कुछ कहा है तथ्य और प्रमाण के आधार पर कहा है.
RSS की विचारधारा से मेरी लड़ाई
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं विचारधारा की लड़ाई लड़ता हूं. हाल ही में दिग्विजय सिंह ने अपने बयान में कहा था कि सरस्वती शिशु मंदिर (Sishu Vidya Mandir) बचपन से लोगों के दिलों दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं. वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है, सांप्रदायिक कटुता पैदा करता है. धार्मिक उन्माद फैलाता है. इससे देश में दंगे फसाद होते हैं. दिग्विजय सिंह ने ये बात भोपाल के नीलम पार्क में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कही थी.
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बीजेपी ने खोला दिग्विजय के खिलाफ मोर्चा
दिग्विजय सिंह के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. बीजेपी ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह में हिम्मत है तो ऐसा बयान मदरसे के बारे में दें. राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया. उसने मध्य प्रदेश के डीजीपी विवेक जोहरी को पत्र लिखा. उन्होंने लिखा कि इस मामले में सरस्वती शिशु मंदिर के छात्रों ने शिकायत की थी. लिहाजा पूरे घटनाक्रम पर एक हफ्ते में जांच करके इसकी रिपोर्ट आयोग को भेजी जाए. आयोग ने दिग्विजय सिंह को भी पत्र लिखकर उनके इस वक्तव्य पर जवाब चाहा है.