इंदौर। जिले में एक ओर जहां प्रशासन कोरोना वायरस से जंग लड़ने में लगातार जुटा हुआ है, तो वहीं दूसरी ओर डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के कारण चुनौती बढ़ती जा रही है. शहर के कई इलाकों से नगर निगम को बढ़ते मच्छरों की शिकायतें मिल रही हैं. जिसके बाद अब नगर निगम ने डेंगू का लार्वा समाप्त करने का अभियान भी शुरू किया है और शहर में सैनिटाइजेशन के साथ मच्छरों को खत्म करने की दवाओं का भी छिड़काव किया जा रहा है.
डेंगू और मलेरिया की शिकायतों में हो रही वृद्धि
इंदौर नगर निगम के द्वारा शहर के कई इलाकों में डेंगू की दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. इसके लिए नगर निगम ने फागिंग मशीन भी शुरू की है. दरअसल नगर निगम के द्वारा इंदौर में 50 से अधिक मशीनों के साथ सेनेटाइज करने का काम किया जा रहा था, लेकिन एकाएक शहर में डेंगू और मलेरिया की शिकायतों का अंबार लग गया. नगर- निगम के कंट्रोल रूम पर भी इस शिकायतों में वृद्धि देखी गई, जिसके चलते नगर निगम ने अपनी टीम को डेंगू का लार्वा खत्म करने के लिए भी मैदान में उतारा है.
कोरोना के साथ डेंगू और मलेरिया भी बन रही चुनौती
बुधवार को इंदौर नगर निगम की टीम उन इलाकों में पहुंची, जहां से ये शिकायतें अधिक मिल रही थीं और दवा का छिड़काव शुरू किया. इसके साथ ही नगर निगम ने अपनी फॉगिंग मशीनों की भी शुरुआत इंदौर में कर दी है. एक ओर नगर निगम को जहां शहर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सेनेटाइज करने का काम करना पड़ रहा है, तो वहीं अब दूसरी चुनौती डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को रोकने की आ खड़ी हुई है.
फॉगिंग मशीनों से किया जा रहा दवाओं का छिड़काव
शहर में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती देखी गई है. इसी के चलते नगर निगम के द्वारा पूरे शहर में फॉगिंग मशीनों से मच्छर खत्म किए जा रहे हैं, लेकिन कोरोना वायरस के चलते निगम का अधिकतर अमला जिला प्रशासन के साथ लगा हुआ है. ऐसे में शहर में डेंगू के प्रकोप को कम करने की चुनौती भी नगर निगम के लिए कठिन साबित हो रही है.