इंदौर। लॉकडाउन के बाद शुरू हुए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पहला रिजल्ट जारी किया गया है. देवी विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया पहला रिजल्ट ही विवादों में घिरता हुआ नजर आ रहा है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा बीते दिनों एमबीबीएस की फाइनल परीक्षा के परिणाम जारी किए, जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा यह परीक्षा ली गई थी परंतु इसके परिणाम देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए, जिसमें 32 छात्रों में से 31 छात्र अनुत्तीर्ण रहे वहीं केवल 1 छात्र ही इस परीक्षा में पास हो पाया.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए इस रिजल्ट के विरोध में छात्र और कई छात्र नेता उतर आए हैं. छात्र नेताओं द्वारा जबलपुर विश्वविद्यालय से कॉपियों की पुनः सैंपल इन की मांग की गई है, जिस पर जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा कमेटी बनाकर मामले की जांच करने का आश्वासन दिया गया है.
बताया जा रहा है कि प्रदेश के कुछ विश्वविद्यालय के मेडिकल विषयों को कुछ समय पूर्व जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय में ट्रांसफर किया गया था, जिसके बाद से ही लगातार छात्रों द्वारा परीक्षा और परीक्षा परिणाम की गड़बड़ियों की शिकायत की जा रही हैं. वहीं एक बार फिर परीक्षा परिणाम को लेकर विवाद शुरू हो गया है.
रिजल्ट की गड़बड़ियों को लेकर छात्र नेता अभिजीत पांडे ने पूरे मामले की शिकायत जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति से की है. वहीं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ अशेष तिवारी का कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा जबलपुर मेडिकल विश्वविद्यालय से प्राप्त अंकों के आधार पर ही रिजल्ट जारी किया गया है. छात्रों द्वारा कुछ समस्या होने पर अगर शिकायत की जाती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.