इंदौर। पिछले दिनों एसटीएफ ने नीट के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ में जुटी हुई है. इसी दौरान उनके बैंक खाते भी खंगाले जा रहे हैं. शुरूआती जांच में आरोपियों के खातों में करीब 5 करोड़ रुपए एसटीएफ को मिले हैं. वहीं यह भी जानकारी मिली है कि वह एक छात्र को एडमिशन के नाम पर बीस लाख रुपए लेते थे. इस तरह से अनुमान लगाया जा सकता है कि उन्होंने अभी तक कितने छात्रों को इस तरह से निशाना बनाकर उनके साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.
पिछले दिनों एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आरोपियों से बड़ी संख्या में धोखाधड़ी की वारदातें सामने आई. बता दें आरोपी नीट एग्जाम के नाम से लोगों से धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम देते थे. इस तरह से पिछले दिनों पूछताछ में भी कई जानकारियां मिली थी. वहीं एसटीएफ इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है. पकड़े गए आरोपियों के बैंक अकाउंट भी खंगाले जा रहे हैं. पकड़े गए आरोपियों के बैंक अकाउंट में करीबन 5 करोड रुपए टीम को मिले हैं. आरोपियों के चार अकाउंट एसटीएफ की टीम को मिले हैं.
चंडीगढ़ में था आरोपियों का ऑफिस
पिछले दिनों आरोपियों से एसटीएफ को कई तरह की जानकारी मिली थी. इसमें उनके कई शहरों में ऑफिस होने की भी जानकारी मिली थी. इसी कड़ी में चंडीगढ़ में भी एक ऑफिस होने की एसटीएफ को जानकारी मिली है. वहीं सौरभ नाम के एक व्यक्ति की भी जानकारी है, बता दें सौरभ इस रैकेट से जुड़ा हुआ था. इसने भी आरोपियों के साथ छात्रों को नीट के नाम पर एग्जाम दिलवाने और एडमिशन के नाम पर लाखों रुपए लिए. इस मामले में सौरभ के बारे में जानकारी निकाली तो हरियाणा की नाभा जेल में बंद है. उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा. उससे पूछताछ की जाएगी.
मेल से आ रही है पीड़ितों की शिकायत
जिस तरह से इस पूरे मामले में एसटीएफ ने कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी जैसे ही पीड़ितों तक पहुंची तो पीड़ित अलग-अलग तरह से एसटीएफ को शिकायत कर रहे हैं. वहीं एसटीएफ को मेल के जरिए भी पीड़ितों की शिकायत मिल रही है. इंदौर के साथी अलग-अलग राज्यों व अन्य जगह से भी एसटीएफ के पास पीड़ितों की शिकायतें पहुंच रही है. जिस पर पुलिस बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस को 22 जनवरी तक आरोपियों की रिमांड मिल चुकी है.