इंदौर। पिछले दिनों इंदौर से बेसहारा वृद्धजनों को निगम के वाहन में भरने की खबर ने इंदौर नगर निगम की पोल खोल कर रख दी थी. निगम ने बेसहारा वृद्धजनों के साथ हुए अत्याचार के बाद अब जाकर बेसहारा वृद्धजनों की सुध ली है. इंदौर में नगर निगम के द्वारा भिक्षुक और बेसहारा वृद्धजनों के उपचार और पुनर्वास के लिए शिविर का आयोजन किया. इस शिविर में कई अलग-अलग संस्थाओं के माध्यम से चिन्हित इस स्थानों से आश्रितों को लाया गया और डॉक्टरों के माध्यम से उनका स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया गया.
- बुजुर्गों के साथ अमानवीयता का वीडियो हुआ था वायरल
इंदौर नगर निगम के द्वारा कुछ दिनों पहले ही बुजुर्गों को नगर निगम के वाहन में अमानवीय रूप से ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद हर तरफ नगर निगम के अधिकारियों की किरकिरी हुई थी. इसके बाद अब नगर निगम ने वृद्धजनों की सुध लेने और उनके सही व्यस्थापन की जिम्मेदारी उठाई है. इस शिविर में आश्रितों के लिए चाय नाश्ता और भोजन की व्यवस्था की गई थी. साथ ही उनकी काउंसलिंग करने का काम भी यहां पर किया जा रहा है.
न घर न ठिकाना, आश्रम भी नहीं जाना, सड़क पर सुकून में क्यों हैं बेबस बुजुर्ग?
- शहर भर से लाए थे भिक्षुक और निराश्रित वृद्धजन
इस शिविर में शहर भर से निराश्रित और भिक्षुकों को लाया गया था. भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार की भिक्षुक पुनर्वास अभियान के तहत यह शिविर लगाया गया था. इस शिविर का दौरान इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और संभागायुक्त भी पहुंचे.