इंदौर। मध्यप्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी विवादित बयान देकर एक बार फिर चर्चा में हैं. जीतू पटवारी ने कहा है कि सांवेर में धन और बल का भरपूर उपयोग किया जा रहा है, लेकिन वहां का मतदाता नोट तो ले लेगा, लेकिन बीजेपी को वोट नहीं देगा. जीतू पटवारी के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है और जीतू पटवारी पर जनता से माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है.
विवादित बयान पर जीतू पटवारी का कहना है कि ये उनकी राजनीतिक समझ है और इसी कारण से यह बात कह रहे हैं. प्रदेश में 26 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने कमर कस ली है पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी सांवेर उपचुनाव में जीत का दावा किया है. पटवारी यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि सांवेर 20 हज़ार से अधिक वोटों से कांग्रेस जीत रही है.
ओबीसी आरक्षण पर पटवारी ने यह भी कहा कि भाजपा में शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती और बाबूलाल गौर ओबीसी कोटे से मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस और कभी भी ध्यान नहीं दिया, जबकि वह वोट की राजनीति उसी दम पर करते हैं. इस दौरान जीतू पटवारी ने दावा किया कि अशोकनगर के 500 से ज्यादा कार्यकर्ता कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं.
वहीं जीतू पटवारी ने शंकर लालवानी को एक्सीडेंटल सांसद बताया और कहा कि वे जनता के हित को छोड़कर घोड़े पर सवार होकर प्रचार कर रहे हैं, जिसका लाभ उन्हें क्या मिलेगा. जीतू पटवारी के सांवेर के मतदाताओं को बिका हुआ बताने के बाद बीजेपी आक्रामक हो गई है. बीजेपी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने निशाना साधते हुए पटवारी से कहा है कि उन्हें इस बयान के लिए सांवेर की जनता से माफी मांगना चाहिए नहीं तो सांवेर की जनता उन्हें चुनाव में इसका जवाब जरूर देगी.