इंदौर। मंदसौर के बाद इंदौर में जहरीली शराब के कारण हो रही मौतों के लिए कांग्रेस ने शिवराज सरकार की शराब नीति को जिम्मेदार ठहराया है. मंगलवार को इंदौर में वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन काल में मुट्ठी भर लोग शराब के गोरखधंधे का नेटवर्क चला रहे हैं. नतीजतन माफिया की मनमानी के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.
प्रदेश में चल रहा जहरीली शराब का नेटवर्क
इंदौर प्रेस क्लब में 'प्रेस से मिलिए' कार्यक्रम के दौरान लक्ष्मण सिंह ने कहा कि जहरीली शराब से पहले भी कई मौतें हुई हैं, लेकिन फिर भी सरकार इसमें ओपन पॉलिसी लागू करने को तैयार नहीं है. मुट्ठी भर लोग ही हर बार शराब का ठेका लेते हैं और जहरीली शराब का नेटवर्क चला रहे हैं. उन्होंने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि पड़ोसी राज्य में शराब के ठेकों को लेकर ओपन पॉलिसी है, जहां इस तरह की कोई घटना नहीं होती, लेकिन शिवराज सरकार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है.
शराब नीति में होगा संशोधनः लक्ष्मण सिंह
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद यदि कांग्रेस की सरकार बनी तो शराब नीति में संशोधन होगा. इसके लिए कांग्रेस में भी चिंतन हो रहा है. एक अन्य सवाल के जवाब में लक्ष्मण सिंह ने अपने भतीजे पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह को ग्वालियर चंबल अंचल में ज्योतिरादित्य सिंधिया का विकल्प बताया है. उन्होंने कहा कि जयवर्धन सिंह ने ग्वालियर चंबल संभाग में काफी मेहनत की है. वहां के लोग भी युवा नेतृत्व चाहते हैं. ऐसी स्थिति में यदि कांग्रेस वहां टीम बनाकर जयवर्धन सिंह को आगे बढ़ाए, तो आगामी चुनाव में वहां सिंधिया समर्थकों का जीतना मुश्किल हो जाएगा.
बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं लक्ष्मण सिंह
कांग्रेस नेता ने कहा कि फिलहाल ग्वालियर चंबल अंचल में उपचुनाव के बाद कांग्रेस 700 और भाजपा तीसरी सदी की स्थिति में है. ऐसी स्थिति में यदि कांग्रेस वहां मिलकर काम करती है, तो नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आने तय हैं. दरअसल, लक्ष्मण सिंह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के अनुज हैं और अपनी बेबाक बयानी के लिए जाने जाते हैं.
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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की महंगाई और बेरोजगारी की समस्या भाजपा को अगले चुनाव में महंगी पड़ेगी. जनता खुद समझ चुकी है कि अगले चुनाव में मोदी सरकार का क्या हश्र करना है. हालांकि कांग्रेस अपने स्तर पर अभी से तैयारियों में जुट गई है.