इंदौर। साप्ताहिक टीएल बैठक में इंदौर कलेक्टर ने कई कार्यो की समीक्षा की. वहीं कार्य निर्वाहन में लापरवाही दिखाने पर दो अधिकारियों के विरुद्ध भी कलेक्टर ने कार्रवाई की है. कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सक्रियता और तत्परता के साथ अधिकारी काम करें नहीं तो उन पर भी कारवाई की जाएगी.
चिटफंड कंपनी के लंबित प्रकरणों में प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं करने पर जारी किया गया नोटिस
बैठक के दौरान काम में लापरवाही बरतने पर दो अधिकारियों पर कलेक्टर ने कार्रवाई की है. अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा पर चीट फंड कंपनी से संबंधित लंबित प्रकरणों के निराकरण में समय सीमा के तहत प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किए जाने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं एक अन्य अधिकारी डीआईसी की मैनेजर संध्या सिंह फ्लावर का वेतन रोकने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कलेक्टर ने बैठक में लंबित प्रकरणों के निराकरण की भी समीक्षा की और असामाजिक तत्वों द्वारा अवैध रूप से की जा रही भूमि पर कब्जे के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा गया.
समतलीकरण के नाम पर जिले में नहीं हो अवैध खनन
कलेक्टर ने बैठक में साफ कहा कि इंदौर जिले में अवैध खनन पूरी तरह से बंद होना चाहिए जमीन को समतल करने के नाम पर कई इलाकों में अवैध खनन किया जाना है, जिसे रोकने के लिए कलेक्टर ने निर्देश जारी किए. साथ ही कलेक्टर ने एसडीएम, आरआई और पटवारियों के साथ मिलकर तहसीलदार को निर्देश दिए कि सभी को प्रकरणों की जांच कराई जाए और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए. इसके लिए उन्होंने सभी एसडीएम को नियमित रूप से आरआई और पटवारियों के माध्यम से पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सक्रियता से काम करने के निर्देश भी दिए हैं.
बैठक के दौरान कलेक्टर ने साफ कहा कि इंदौर जिले में लंबित प्रकरणों को यदि जल्द खत्म नहीं किया जाता है तो दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अधिकारियों को समय से अपने कार्यालय में उपस्थित होने और आम जनता की समस्या सुनने के लिए भी ने निर्देशित किया.