इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (cleanest city indore) ने एक बार फिर स्वच्छता का खिताब अपने नाम कर लिया है. यह लगातार पांचवी बार हुआ है, जब इंदौर शहर को यह अवार्ड मिला है. शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित करते हुए इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर होने के अवार्ड से नवाजा.
CM शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई
इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फोटो ट्वीट कर इंदौरी बोली में इंदौरियों को बधाई दी. बता दें कि इंदौर शहर पिछले चार बार से स्वच्छता के क्षेत्र में अतुलनीय प्रदर्शन करने के लिए अवार्ड पा रहा है. पांचवीं बार इंदौर ने यह खिताब अपने नाम कर स्वच्छता का पंच जड़ दिया है. इस दौरान कलेक्टर मनीष सिंह ने लगातार पांचवी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित होने पर इंदौर के नागरिकों को बधाई. नागरिकों की स्वच्छता जागरूकता के कारण यह संभव हो सका है. (Swachh Survekshan 2021
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LIVE: President Kovind's address at the Swachh Survekshan Awards 2021 at Vigyan Bhavan, New Delhi https://t.co/ii4vM6G1wQ
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 20, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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इंदौर को पांचवीं बार मिला पुरस्कार
इस बार इंदौर को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के द्वारा पांचवीं बार स्वच्छता रैंकिंग में पहले नंबर पर बने रहने की किताब के साथ 12 करोड़ रुपये का सफाई मित्र पुरस्कार भी दिया है. इंदौर में इस बार व्यापक रणनीति के तहत शहर की दो प्रमुख नदियां कान्ह और सरस्वती को पुनर्जीवित किया गया, जिन नदियों में अब तक मल मूत्र और गंदगी बहती थी. उन्हें सीवरेज मुक्त किया गया. इस पर करीब 343 करोड़ रुपये खर्च भी हुए.
करीब 21 किलोमीटर लंबी गाना नदी और 12.4 किलोमीटर की सरस्वती नदी में जितने भी नाले मिलते थे, उन सभी को अलग करके ट्रेन में लाइन से जोड़ा गया. बीते साल भर से जारी इस काम के कारण अब शहर की दोनों प्रमुख नदियां पुनर्जीवित हो चुकी हैं, जिनमें साफ पानी के साथ ही नए सिरे से इको सिस्टम डेवलप हो रहा है. हाल ही में इन दोनों नदियों में दीपदान का कार्यक्रम पूर्णिमा पर आयोजित किया गया.
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प्रदेश के शहरी विकास मंत्री श्री @bhupendrasingho जी को बहुत-बहुत बधाई। मेरा मन आनंद से भरा है, ये इंदौर है जो निरंतर स्वच्छता के विभिन्न मानकों पर नंबर वन आ रहा है। ये इंदौर की जनता की इच्छाशक्ति का परिणाम है, जो अपने शहर को अपने घरों की तरह स्वच्छ रखने का संकल्प लिए हुए है। pic.twitter.com/U8Ho94xc55
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स्वच्छता रैंकिंग 2022 की तैयारी अभी से
पांचवी बार पुरस्कार लेने के पहले ही इंदौर नगर निगम ने स्वच्छता रैंकिंग 2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार रैंकिंग में जिन दो बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है उसमें कचरे की प्रोसेसिंग (waste processing) और एयर क्वालिटी इंडेक्स (air quality index) रहेगा. जिसके लिए इंदौर इस बार 550 टन का बायो मीथेन प्लांट (bio methane plant) के जरिए स्वच्छता की रैंकिंग में बने रहने का दावा करेगा इस प्लांट से सालाना निगम को ढाई करोड़ रुपए की आय होगी.
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इसके अलावा मीथेन गैस (methane gas) से शहर की गाड़ियां चलेंगी इसी प्रकार एयर क्वालिटी इंडेक्स में उल्लेखनीय योगदान के लिए शहर में वाहनों से होने वाले प्रदूषण ग्रामीण क्षेत्रों में जलने वाली पराली का धूआं और औद्योगिक प्रदूषण को रोकने के लिए अभी से माइक्रो एक्शन प्लान (micro action plan) बनाया गया है, जिस पर नगर निगम की टीम बारीकी से काम कर रही है.