इंदौर। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की उससे भले ही पार्टी के कई नेताओं को नई जिम्मेदारी मिलने की खुशी मिली हो, लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मध्य प्रदेश से चौथी बार महासचिव बने कैलाश विजयवर्गीय के अरमान दिल में ही रह गए. इतना ही नहीं महासचिव पद की घोषणा होते ही कैलाश विजयवर्गीय ने फोन करके पार्टी अध्यक्ष से पूछ लिया कि "आपने फिर मुझे महासचिव बना दिया, तो जेपी नड्डा को भी कहना पड़ा कि हां मैं आपको बनाना तो कुछ और चाहता था लेकिन फिलहाल आपके लिए यही सही है".
अघोषित रूप से अध्यक्ष पद के दावेदार थे कैलाश विजयवर्गीय: गौरतलब है कैलाश विजयवर्गीय चुनाव के पहले सत्ता में बदलाव की अटकलों के बीच अघोषित रूप से अध्यक्ष पद के दावेदार थे. हालांकि, चुनाव पूर्व सत्ता और संगठन में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार कर चुकी पार्टी अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि घोषित तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बीडी शर्मा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाने की घोषणा के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव को अपने ही पद पर रिपीट करने के अलावा पार्टी के पास भी कोई बेहतर विकल्प नहीं था. यही वजह है कि कैलाश विजयवर्गीय को अपने पद को लेकर कहीं ना कहीं एक बार फिर अघोषित तौर पर निराशा हाथ लगी है.
भाजपा को 160 सीटें मिलेंगी: शनिवार को इंदौर में विजयवर्गीय ने गृहमंत्री अमित शाह के दौरे की तैयारियों के पूर्व प्रेस से चर्चा के दौरान कहा कि मध्य प्रदेश में इस बार कम से कम भाजपा को 160 सीटें मिलेंगी. विजयवर्गीय ने कहा शिवराज के शासनकाल में सरकार ने गरीब कल्याण की तमाम योजनाएं चलाई हैं, जिन्हें लेकर कहीं न कहीं कार्यकर्ता उत्साहित हैं. उन्होंने दावा किया कि अमित शाह के कार्यक्रम में कम से कम 50,000 कार्यकर्ता शामिल होंगे.
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मुखौटा बदलने से पहचान समाप्त नहीं होती: इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कन्हैया कुमार के इंदौर आगमन के सवाल पर कहा कि "कोई नौजवान अगर भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह के नारे लगवाए और वह नौजवान दल बदल कर कांग्रेस में आ जाए, तो मुखौटा बदलने से पहचान समाप्त नहीं होती. इसलिए ऐसे लोगों को कांग्रेस आगे कर रही है यह सोचने और समझने की बात है कि कांग्रेस की मानसिकता क्या होगी." गौरतलब है इंदौर के कनकेश्वरी मैदान पर बूथ स्तर के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पार्टी के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह रविवार 30 जुलाई को इंदौर पहुंच रहे हैं, जो भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव भी जाएंगे इसके अलावा भाजपा के संभागीय नेताओं से चर्चा भी करेंगे.