इंदौर। राज्य शासन और उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नवीनतम शिक्षा सत्र (Latest Academic Session) को पटरी पर लाने के लिए लगातार कवायद की जा रही है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे अधिक प्रभाव शिक्षा के क्षेत्र पर देखने को मिला था. लेकिन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र पटरी से उतरा नजर आ रहा है. इस बार डीएवीवी का शिक्षा सत्र तय समय से तीन हफ्ते देरी से शुरू होगा. रजिस्ट्रार का कहना है कि 15 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा.
समय से 3 हफ्तों की देरी से शुरू होगा शिक्षा सत्र
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा अब तक विभिन्न विभागों में सीईटी के माध्यम से होने वाली प्रवेश प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा के अनुसार सीईटी परीक्षा दो चरणों में आयोजित कराए जाने के कारण प्रवेश प्रक्रिया में विलंब हुआ है. हालांकि काउंसलिंग की प्रक्रिया के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए गए हैं.
डॉ. अनिल शर्मा ने कहा कि 15 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद जल्द ही नवीनतम शिक्षा शास्त्र को शुरू कर दिया जाएगा. वर्तमान में शिक्षण सत्र की कार्रवाई करीब 2 से 3 हफ्ते देरी से चल रही है, लेकिन आने वाले दिनों में इसे पूरा कर दिया जाएगा.
12 अक्टूबर तक चलेगी काउंसलिंग प्रक्रिया
विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कराई गई प्रवेश प्रक्रिया सीईटी के रिजल्ट जारी करने के बाद अब काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह प्रक्रिया गुरुवार से शुरू की गई है. वहीं 7 अक्टूबर को NRI कोटे की काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की जाएगी. 8 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक सामान्य काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की जाएगी. रजिस्ट्रार डॉ. अनिल शर्मा के अनुसार 12 अक्टूबर तक काउंसलिंग प्रक्रिया को पूरा करने के बाद 15 अक्टूबर से नवीनतम शिक्षा क्षेत्र की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी.
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सीईटी परीक्षा के आयोजन को लेकर बिगड़ा कैलेंडर
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश प्रक्रिया के लिए सीईटी परीक्षा का आयोजन कराया गया था. यह परीक्षा का आयोजन दो चरणों में आयोजित किया गया. राज्य शासन द्वारा प्रवेश प्रक्रिया के पंजीयन काउंसलिंग और अन्य प्रक्रिया के लिए समय का निर्धारण किया गया था. साथ ही नवीनतम शिक्षा सत्र शुरुआत को लेकर भी निर्देश जारी किए गए थे. राज्य शासन द्वारा जारी किए गए कैलेंडर से विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया पिछड़ती जा रही है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि आगामी 15 दिनों में प्रवेश की समस्त प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा.