इंदौर। तरह-तरह के स्वादिष्ट खानपान के लिए पूरी दुनिया में चर्चित इंदौर में अब अपने उत्पादों को चर्चा में लाने के लिए भी तरह-तरह के प्रयास हो रहे हैं, इन्हीं में शुमार है शहर की डांसिंग चाय, जिसे बनाने वाले चाय विक्रेता म्यूजिक की धुन पर नाचते हुए चाय बनाते हैं, लिहाजा चाय बनाने की अलग स्टाइल का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मेघदूत गार्डन पर उफनती चाय के साथ ही चाय वाले का अपनी अलग स्टाइल में झूम कर नाचना इन दिनों चाय के स्वाद की तरह ही ग्राहकों को खासा पसंद आ रहा है.
दरअसल यह चाय वाले दुर्गेश मीणा की चाय में जितना स्वाद है उतना ही आकर्षक चाय बनाते समय किया जाने वाला उनका अलग स्टाइल में किया जाने वाला डांस है. दिन भर में हजारों की संख्या में चाय बेचने वाले दुर्गेश की चाय जैसे ही बनने को तैयार होती है, वैसे ही उनका म्यूजिक पर डांस शुरू हो जाता है.
इस दौरान चाय बनाते हुए वे डांस के करतब भी दिखाते हैं. लिहाजा चाय पीने के लिए मौजूद ग्राहकों का उत्साह डबल हो जाता है. देखते ही देखते चाय की दुकान पर ग्राहकों के साथ कद्र दानों का मजमा लग जाता है. इसके बाद केसर और खास मसालों के साथ शुद्ध दूध में तैयार चाय मिट्टी के कुल्हड़ओं में परोसी जाती है, जिसे पीकर हर कोई कह उठता है वाह क्या डांसिंग चाय है.
शुद्ध चाय को बनाया अपना ब्रांड
मेघदूत नगर में रहने वाले दुर्गेश और उनके भाई नए प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से मेघदूत गार्डन के पास शिवा चाय नामक चाय की दुकान कुछ सालों पहले लगाई थी. कम कीमत पर अच्छे से अच्छी चाय देने की कोशिश के चलते उन्होंने चाय पर अलग-अलग प्रयोग किए. इसके बाद जब ग्राहकों को उनका केसर और मसाले वाली चाय का स्वाद जम गया. तब भी उन्होंने मामूली सी चाय की दुकान पर ग्राहकों को लाने के प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसमें शुद्ध चाय परोसने के साथ ही सबसे ज्यादा काम आया दुर्गेश का चाय बनाते हुए नाचना जिसे देखकर यहां हर कोई चाय पीने वाला ग्राहक खुश हो जाता है.
इस अंदाज में बनती है डांसिंग चाय
डांसिंग चाय बनाने वाले दुर्गेश सबसे पहले शुद्ध दूध में चाय पत्ती डालते हैं. चाय पत्ती डालते ही चाय तैयार करते-करते म्यूजिक पर उनका डांस शुरू हो जाता है. एक तरफ चाय उबलती है तो दूसरी तरफ दुकान में मौजूद उनके म्यूजिक सिस्टम पर म्यूजिक तेज हो जाता है. इसके बाद चाय बनाते हुए म्यूजिक की धुन पर दुर्गेश झूमने लगता है. इसी बीच चाय में खास तरह के जायके और केसर मिलाया जाता है.
दुर्गेश बताते हैं कि केसर से चाय का स्वाद दुगना हो जाता है. एक बार चाय बनाने में करीब 100रुपए की केसर चाय के कप में घोलकर वे उबलती चाय में डालते हैं. इस दौरान चाय उबालने के साथ ही बारी बारी से अलग स्टाइल में उनका झूमना और डांस करना भी जारी रहता है. जब तक चाय बनती है तब तक चाय के लिए खड़े ग्राहक उनका स्टाइल देख कर मुस्कुराए बिना नहीं रह पाते. इसके बाद सभी को बारी-बारी से 10रुपए की एक चाय परोस दी जाती है.
अब दूर-दूर से आते हैं ग्राहक
चाय के स्वाद और शुद्धता के साथ चाय बनाने का स्टाइल देखने अब लोग यहां दूर-दूर से आते हैं. कई ग्राहक ऐसे हैं जो अब दुर्गेश की चाय पीने रोज ही यहां पहुंचते हैं. इनमें युवकों के साथ बड़ी संख्या युवतियों की भी हैं. डांसिंग चाय के कादरदानों की मौजूदगी देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिन भर में दुर्गेश हजारों ग्राहकों को अपनी चाय के जायके के साथ अपने डांस से खुश करते हैं. दुर्गेश के साथ उनके भाई और एक अन्य सहयोगी भी इस काम में उनका हाथ बढ़ाता है. लिहाजा डांसिंग चाय का यह ट्रेंड अब फूडी इंदौर का लैंड मार्क भी बन चुका है.