इंदौर। मध्य प्रदेश के मालवा-निमांड़ इलाके के पंद्रह जिलों के लगभग 46 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 8000 करोड़ रुपए की वार्षिक सब्सिडी दी जा रही है. यह खुलासा बिजली कंपनी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों से हुआ है. मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि गृह ज्योति योजना में लगभग 32 से 33 लाख उपभोक्ता औसत रूप से प्रतिमाह लाभान्वित होते हैं. इन्हें मासिक 125 करोड़ एवं वार्षिक लगभग 1500 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी जाती है. लगभग 13 लाख कृषक को सिंचाई के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
8000 करोड़ रुपए से ज्यादा की दी जा रही सब्सिडी
उन्होंने आगे बताया कि एक हेक्टेयर भूमि के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लगभग चार लाख एवं पांच हार्सपावर तक के पंप वाले किसानों को निशुल्क बिजली दी जा रही है. किसानों की मदद के लिए दी जाने वाली राशि भी वार्षिक छह हजार करोड़ से ज्यादा है. साथ ही औद्योगिक एवं उच्च दाब श्रेणी के उपभोक्ताओं को भी ग्रीन फील्ड, कैशलेस, प्राम्प्ट पेमेंट, रात्रिकालीन बिजली के उपयोग आदि की छूट दी जाती है. यह छूट भी 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की होती है. इस तरह लगभग 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा की सब्सिडी उपभोक्ताओं को दी जा रही है.
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उपभोक्ताओं के संतुष्टि का आंकड़ा 99 प्रतिशत
प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि सिंचाई के सामान्य बिलों में 93 फीसदी तक सब्सिडी और घरेलू बिल में 84 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है. तोमर का दावा है कि पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के फीडबैक में बिजली उपभोक्ताओं के संतुष्टि का आंकड़ा 99 प्रतिशत है.(electricity department madhya pradesh)(IANS Agency)