इंदौर। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण की महामारी के बाद अब कोरोना के घातक और विकसित स्टैंन का खतरा मंडरा रहा है. कोरोना हॉटस्पॉट रहे इंदौर में अब तक 125 यात्रियों के ब्रिटेन यानी यूनाइटेड किंगडम से आने का पता चला है. इनके विकसित वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते सभी की स्क्रीनिंग के बाद जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम को इनमें से फिलहाल 93 यात्रियों का पता चल सका है, जबकि शेष 32 की तलाश की जा रही है.
जांच के लिए सैंपल लिए गए
इंदौर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए यूके बुलेटिन के मुताबिक 22 दिसंबर को यहां इंग्लैंड स्कॉटलैंड वेल से 33 यात्री आए थे. इसके बाद 23 दिसंबर को 129 यात्रियों के आने की खबर मिली. हालांकि तमाम यात्रियों की पड़ताल में 41 यात्री रिपीट पाए गए हैं. इनमें से दो देवास के और दो अन्य रिश्तेदार बताए गए हैं. इस तरह इंदौर में 125 यात्री बीते कुछ दिनों में ही ब्रिटेन से पहुंचे हैं. इनमें से 93 लोगों के ही ट्रेस होने के बाद उनकी जांच कर सैंपल लिए गए हैं.
सांसद ने विदेश मंत्री को लिखा पत्र
जबकि 32 यात्रियों का अभी भी पता नहीं चल पाया है.उन्हें कांटेक्ट रेसिंग के अलावा मध्य माध्यमों से खोजा जा रहा है. इसके लिए इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने भी विदेश मंत्री को पत्र लिखकर इनकी जानकारी मांगी है. ब्रिटेन से जो यात्री लौटे हैं, वह इंदौर के अलग-अलग क्षेत्रों के निवासी बताए गए हैं. जो इंग्लैंड, स्काटलैंड,वेल्स से इंदौर पहुंचे हैं. सभी 125 यात्रियों में सबसे ज्यादा तिलक नगर (11) भवरकुआं, तुकोगंज और विजय नगर (10-10),जूनी इंदौर (9),अन्नपूर्णा (8) एमआईजी थाना क्षेत्र (7) है. जो इंदौर के कुल 25 क्षेत्रों में आए हैं. अब तक 93 यात्रियों की पहचान हुई है, जिसमें 2 यात्री देवास जिले के भी हैं. फिलहाल सभी को होमक्वारेंटाइन किया गया है. जिनकी जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं.