इंदौर। जिले में मरीजों की हालत में सुधार और रिकवरी रेट बढ़ने के साथ ही, अब उन क्षेत्रों को लॉकडाउन में ढील दी जा रही है, जहां कोरोना के मरीज नहीं हैं. इंदौर जिला प्रशासन ने फिलहाल शहरी सीमा से सटे 29 ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने संबंधी स्वीकृति जारी की है, इसके अलावा यहां संचालित सभी प्रकार के उद्योगों को खोलने एवं संचालन की अनुमति दी गई है.
इन गांवों की भूमि पर स्थित समस्त कोल्ड स्टोरेज, गोडाउन, शोरूम, कृषि गोदाम , खाद बीज कीटनाशक की दुकानें भी संचालित की जा सकेंगी, न्यूनतम संख्या में मजदूरों और स्टाफ को उद्योग परिसर के अंदर ही रहने की व्यवस्था कर संचालित करनी होगी. स्टाफ हेतू भोजन, शौचालय, नहाने आदि की व्यवस्था उद्योग संचालक को करना अनिवार्य होगा.
ग्रामीण क्षेत्रों को मिली अनुमति
29 गांवों में निपानिया, पिपलिया कुमार, टिगरियाराव, भिचौली हप्सी, भिचौली मर्दाना, नायता मुंडला, पालदा, लिंबोदी, बिलावली, फतनखेड़ी, कैलोद कर्ताल, निहालपुर मुंडी, हुक्माखेड़ी, सुख निवास, अहिरखेड़ी, छोटा बांगड़दा, टिगरिया बादशाह, रेवती, बरदरी, भंवरासला, कुमेर्डी, भानगढ़, शक्कर खेड़ी, तलावली चांदा, अरण्डिया, लसूडिया मोरी, मायाखेड़ी और बड़ा बांगड़दा शामिल हैं.
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इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि, ऐसे समस्त मरीज तथा उनके साथ परिजन जो इलाज हेतु अस्पताल जा रहे हैं, वे पुलिसकर्मी को इलाज संबंधी दस्तावेज दिखा सकेंगे. इसी प्रकार दवाई की दुकानों पर जाने वाले व्यक्ति आवश्यक प्रिसक्रिप्शन साथ में रखेंगे और दुकान संचालक से एक पर्ची प्राप्त करेंगे जिसमें दवाई देने का दिनांक और समय लिखा होगा.
शराब दुकानें भी खुलेगी
जिले के ग्रामीण इलाकों की शराब दुकानें जल्द खोली जाएगी, इस आशय के संकेत कलेक्टर मनीष सिंह ने दिए है. कलेक्टर ने एक्साइज विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद में कहा कि, सरकार की राजस्व आय को ध्यान में रखते हुए इस पर निर्णय लिया जाएगा. शराब दुकान खोलने के निर्णय से पहले नियम और गाइड लाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा, उन्होंने स्पष्ट किया कि, इंदौर के शहरी क्षेत्र में फिलहाल शराब दुकान पूरी तरह से बन्द रहेगी.